वैश्विक सूचकांक प्रदाता एमएससीआई ने अपने सूचकांकों में शेयर शामिल किए जाने के लिए नए मानक के तौर पर ‘एक्स्ट्रीम प्राइस इनक्रीज’ की पेशकश की है। हालांकि इस प्रणाली में बदलाव से घरेलू कंपनियों पर किसी तरह का प्रभाव पडऩे की आशंका नहीं जताई जा रही है। एमएससीआई द्वारा आधिकारिक घोषणा से पहले अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी टोटाल गैस और अदाणी ट्रांसमिशन सुर्खियों में थे। जहां इन शेयरों ने विभिन्न अन्य मानकों को पूरा किया, वहीं इसे लेकर आशंका थी कि ये अपनी शेयर कीमतों में भारी तेजी की वजह से इसमें शामिल होने के लिहाज से दूर बने रह सकते हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि अदाणी समूह की इन तीन कंपनियों के शेयरों में आई तेजी ‘एक्स्ट्रीम प्राइस इनक्रीज’ दायरे के लिए एमएससीआई द्वारा तय सीमा से नीचे है। एडलवाइस अल्टरनेटिव रिसर्च के विश्लेषक अभिलाश पगारिया ने कहा, ‘एमएससीआई ने समावेशन के लिए अत्यधिक प्रतिफल सीमा तय की है और सामान्य प्रतिफल पर विचार करने के बाद भी, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी टोटाल गैस और अदाणी ट्रांसमिशन में कीमत उतार-चढ़ाव सूचकांक प्रदाता द्वारा तय सीमा से कम है।’ एमएससीआई ने ‘एक्स्ट्रीम प्राइस इनक्रीज’ के साथ शेयरों को जोडऩे के लिए एक फॉर्मूला जारी किया है। पगारिया द्वारा किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि सूचकांक में शामिल किए जाने की संभावना में शामिल अदाणी समूह के तीनों शेयर विभिन्न समयावधियों के लिए दायरे से नीचे थे।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में उपाध्यक्ष श्रीराम वेलायुधन ने कहा, ‘एमएससीआई ने ‘एक्स्ट्रीम प्राइस इनक्रीज’ के साथ संभावित सूचकांक वृद्घि को लेकर अपने परामर्श का परिणाम जारी किया है।’ यदि इन तीन शेयरों को एमएससीआई स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किया जाता है तो इनमें हरेक में 20 करोड़ डॉलर से ज्यादा का प्रवाह देखा जा सकता है।
सभी तीनों कंपनियों के शेयर शुक्रवार को 2 से 5 प्रतिशत के बीच चढ़े। विश्लेषकों का कहना है कि चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट ऐंड फाइनैंस कंपनी के शेयर को भी सूचकांक में शामिल किए जाने की संभावना है। ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज को इस सूचकांक से बाहर किया जा सकता है। सूचकांक से बाहर किए जाने से शेयर में 15 करोड़ डॉलर की बिकवाली देखी जा सकती है।
इसमें शेयरों को शामिल किए जाने और निकाले जाने की घोषणा 12 मई की बैठक में की जाएगी और ये बदलाव 27 मई से प्रभावी हो सकते हैं।