अदाणी समूह का कर्ज 42 फीसदी बढ़ा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 6:58 PM IST

अदाणी समूह अपने मौजूदा कारोबार को बढ़ाने और नए उद्योगों में उतरने के लिए लगातार कर्ज के जरिये वित्त पोषण का तरीका इस्तेमाल कर रहा है। कैपिटालाइन डेटाबेस के आंकड़ों से पता चलता है कि समूह की कंपनियों का संयुक्त रूप से कर्ज इस साल मार्च के आखिर में 2.22 लाख करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया, जो एक साल पहले के 1.57 लाख करोड़ रुपये से 42 फीसदी अधिक है। इसके नतीजतन समूह का इक्विटी के मुकाबले सकल कर्ज (डीईआर) इस साल मार्च के अंत में चार साल में सबसे अधिक 2.36 गुना था। यह एक साल पहले 2.02 गुना और वित्त वर्ष 2019 के अंत में 1.98 गुना की तुलना में अधिक है।
इस साल मार्च के अंत में समूह की विभिन्न कंपनियों की नकदी और बैंक बैलेंस को समायोजित करने के बाद समूह का इक्विटी की तुलना में शुद्ध कर्ज (एनडीईआर) वित्त वर्ष 2022 के आखिर में बढ़कर 2.07 गुना हो गया, जो वित्त वर्ष 2018 के बाद सबसे अधिक है। अदाणी समूह की कंपनियों के पास इस साल मार्च के अंत में नकदी एवं बैंक बैलेंस 26,989 करोड़ रुपये था। यह विश्लेषण अदाणी समूह की सात सूचीबद्ध कंपनियों- अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोट्र्स ऐंड सेज, अदाणी पावर, अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी ग्रीन, अदाणी टोटाल गैस और अदाणी विल्मर पर आधारित है। अदाणी पोट्र्स ऐंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन ने वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे घोषित नहीं किए हैं। इस तरह हमारे नमूने में अदाणी पोट्र्स की बैलेंस शीट सितंबर 2021 तक की अवधि तक की है और इसके लाभ और हानि के ताजा आंकड़े दिसंबर 2021 से पहले के 12 महीनों के हैं।
इससे अदाणी समूह भारत के शीर्ष कारोबारी समूहों में सबसे ज्यादा ऋणग्रस्त हो जाता है। उदाहरण के लिए टाटा समूह की सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त कर्ज इस साल मार्च के अंत में 3.35 लाख करोड़ रुपये था, जो सालाना आधार पर 1.3 फीसदी कम था। समूह का इक्विटी के मुकाबले कुल कर्ज का अनुपात वित्त वर्ष 2022 में सुधरकर 1.01 गुना रहा, जो एकसाल पहले 1.2 गुना था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का समेकित आधार पर कुल कर्ज वित्त वर्ष 2022 में सालाना आधार पर 4.2 फीसदी बढ़कर इस साल मार्च के अंत में 2.82 लाख करोड़ रुपये रहा। कंपनी का इक्विटी की तुलना में कुल कर्ज का अनुपात वित्त वर्ष 2022 में सुधरकर 0.36 गुना रहा क्योंकि पिछले वित्त वर्ष में इसके नेट वर्थ में दो अंकों में वृद्धि हुई है।
खुली पेशकश : अदाणी समूह ने अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी में 26 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए खुली पेशकश की है। अंबुजा के लिए 385 रुपये प्रति शेयर और एसीसी के लिए 2,300 रुपये प्रति शेयर की खुली पेशकश की गई है।

First Published : May 17, 2022 | 12:28 AM IST