facebookmetapixel
खेतों में उतरी AI तकनीक: कम लागत, ज्यादा पैदावार और किसानों के लिए नई राहChildren’s Mutual Funds: बच्चों के भविष्य के लिए SIP, गुल्लक से अब स्मार्ट निवेश की ओरDPDP एक्ट से बदलेगी भारत की डिजिटल प्राइवेसी की दुनिया: DSCI CEOसीनियर सिटिजन्स के लिए FD पर 8% तक का ब्याज, ये 7 छोटे बैंक दे रहे सबसे ज्यादा रिटर्नMarket Outlook: विदेशी निवेशकों का रुख, डॉलर की चाल, व्यापक आंकड़े इस सप्ताह तय करेंगे शेयर बाजार की दिशाSMC Bill 2025: क्या घटेगी सेबी की ताकत, निवेशकों को मिलेगा ज्यादा भरोसा? जानिए इस विधेयक की खास बातेंघर बनाने का सपना होगा आसान, SBI का होम लोन पोर्टफोलियो 10 ट्रिलियन पार करेगाMCap: 6 बड़ी कंपनियों का मार्केट वैल्यू बढ़ा ₹75,257 करोड़; TCS-Infosys की छलांगVedanta डिमर्जर के बाद भी नहीं थमेगा डिविडेंड, अनिल अग्रवाल ने दिया भरोसाRailway Fare Hike: नए साल से पहले रेल यात्रियों को झटका, 26 दिसंबर से महंगा होगा सफर; जानें कितना पड़ेगा असर

दो शैक्षिक ऋण फर्मों में हुआ 13 करोड़ डॉलर का निवेश

Last Updated- December 12, 2022 | 2:35 AM IST

दो शैक्षिक वित्त पोषण कंपनियों एमपावर फाइनैंसिंग और क्रेडेंस को इक्विटी एवं डेट निवेश के समावेश के तौर पर 12.5 करोड़ डॉलर का निवेश हासिल हुआ है। इस पूंजी के जरिये ये कंपनियां अपने व्यवसाय का विस्तार करेंगी।

ये दो उधारी कंपनियां भारत में उन छात्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं जो शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं।

एमपावर फाइनैंसिंग ने किंग स्ट्रीट कैपिटल मैनेजमेंट, ड्रेक्स लैंडिंग एसोसिएट्स, पेनिंगटन अल्टरनेटिव इनकम और टिल्डेन पार्क कैपिटल मैनेजमेंट जैसे निवेशकों से 10 करोड़ डॉलर का 

इक्विटी निवेश आकर्षित किया है।  अन्य सौदे में, वित्तीय घराने कैपिटल इंडिया ने शैक्षिक उधारी फिन-टेक प्लेटफॉर्म क्रेडेंस में 2.5 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। इस निवेश के साथ डेट और इक्विटी के समावेश के जरिये क्रेडेंस वर्ष 2025 तक 3,000 करोड़ रुपये का बहीखाता तैयार करने की संभावना तलाश रही है।

दिल्ली स्थित क्रेडेंस की स्थापना वर्ष 2017 में अविनाश कुमार और मयंक बथेजा द्वारा की गई थी। कंपनी के-12 स्कूल फीस, ऑनलाइन अपस्किलिंग कोर्स, उच्च शिक्षा से संबंधित शैक्षिक ऋण मुहैया कराती है।

First Published - July 20, 2021 | 12:09 AM IST

संबंधित पोस्ट