महाराष्ट्र में चीनी मिले गन्ना पेराई शुरू करने की तैयारी में हैं। किसानों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए मिलें लकी ड्रा से रॉयल एनफील्ड बुलेट और विदेश यात्रा कराने जैसे लुभावने ऑफर दे रही है। राज्य में गन्ना पेराई सीजन एक नवंबर से शुरू होने की संभावना है। तो दूसरी तरफ गन्ना श्रमिकों ने मजदूरी बढ़ाने को लेकर यूनियनों ने 1 नवंबर से हड़ताल का आह्वान किया है।
वर्तमान में महाराष्ट्र में गन्ना श्रमिकों को 273 रुपये प्रति टन और हार्वेस्टर को प्रति टन 400 रुपये मिल रहा है। जबकि पड़ोसी राज्य गुजरात, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में गन्ना श्रमिकों को औसतन 400 रुपये प्रति टन की दर मिल रही है। महाराष्ट्र श्रमिक गन्ना कटाई एवं परिवहन श्रमिक संघ महाराष्ट्र में भी गन्ना श्रमिक 400 रुपये प्रति टन मजदूरी देने की मांग कर रहे है। मांग नहीं मानी गई तो एक नवंबर से श्रमिक संगठन हड़ताल की शुरुआत करेंगे।
महाराष्ट्र श्रमिक गन्ना कटाई एवं परिवहन श्रमिक संघ के अध्यक्ष जीवन राठौड़ का कहना है कि तीन साल पहले चीनी संघ और गन्ना श्रमिक संघ के बीच वेतन बढ़ोतरी पर समझौता हुआ था। यह अब समाप्त हो गया है और इस वर्ष एक नए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। महंगाई बढ़ने के कारण वेतन कटौती, परिवहन दरें बढ़ाने की मांग हो रही है। साथ ही, गोपीनाथ मुंडे निगम को माथाडी श्रमिकों की तर्ज पर लागू किया जाना चाहिए और पिछले समझौते में सहमति के अनुसार गन्ना काटने वाले निगम को 10 रुपये प्रति टन की लेवी दी जानी चाहिए, जिसके बिना चीनी मिलों को कोई लाइसेंस नहीं दिया जाना चाहिए।
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बारिश की कमी के कारण गन्ने का उत्पादन घटने की आशंका है। गन्ने की संभावित कमी से मिलर्स के बीच चिंता का माहौल है।अगर मिलें लंबे समय तक चलती है, तो फायदे में रहती है। मिलों को भी गन्ने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। इसके कारण, कुछ मिलों ने गन्ना आपूर्तिकर्ताओं को विभिन्न पुरस्कारों, लकी ड्रा के साथ प्रोत्साहन देना शुरू कर दिया है। इनमें पुणे जिले की विघ्नहर चीनी मिल, कोल्हापुर जिले की तात्यासाहेब कोरे वारणा चीनी मिल अग्रणी है। चीनी उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि दूसरी मिलें भी बेहतरीन ऑफर जल्द ही घोषित करने की तैयारी में हैं।
लकी ड्रा योजना के अनुसार जो किसान पेराई सीजन शुरू होने से पहले मार्च महीने में गन्ना कटाई के लिए पंजीकरण कराएंगे, वे इस योजना में भाग ले सकेंगे। 1 मार्च से 15 मार्च तक प्रति एकड़ 50 टन गन्ना उत्पादन करने वाले 3 किसानों को रॉयल एनफील्ड बुलेट दी जाएंगी। जबकि, 1 मार्च से 30 मार्च के दौरान प्रति एकड़ 30 टन उत्पादन करने वाले 5 किसानों को विदेश जाने का मौका मिलेगा। विदेश जाने वाले किसानों को फैक्ट्री के माध्यम से 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी। ये सभी पुरस्कार लकी ड्रा के माध्यम से दिए जाएंगे।
मिलों ने एक नवंबर से गन्ने की कटाई का सीजन शुरू करने की तैयारी कर ली है। हालांकि मंत्रियों की समिति की अभी तक बैठक नहीं हुई, इसलिए सीजन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।