facebookmetapixel
सोना कॉमस्टार ने दुर्लभ खनिज मैग्नेट की गुणवत्ता पर जताई चिंताअदाणी डिफेंस ऐंड एयरोस्पेस ने किया एमटीएआर टेक्नॉलजीज संग करारMSME पर ट्रंप टैरिफ का असर: वित्त मंत्रालय बैंकों के साथ करेगा समीक्षा, लोन की जरूरतों का भी होगा आकलनवैश्विक बोर्डरूम की नजर भारत पर, ऊंची हैं उम्मीदें : डीएचएल एक्सप्रेसTesla और VinFast की धीमी शुरुआत, सितंबर में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में हिस्सेदारी 1% से भी कमकंपनियां दीवाली पर कर्मचारियों और ग्राहकों को स्वादिष्ट और उपयोगी उपहार देने में दिखा रहीं बढ़त!किर्लोस्कर का औद्योगिक सुधार पर दांव, अरबों डॉलर की राजस्व वृद्धि पर नजरLokah Chapter 1: Chandra ने ₹30 करोड़ बजट में ₹300 करोड़ की कमाई की, दुनिया भर में रिकॉर्ड तोड़ाH-1B वीजा पर निर्भर नहीं है TCS, AI और डेटा सेंटर पर फोकस: के कृत्तिवासनदूसरी तिमाही के दौरान प्रमुख सीमेंट कंपनियों की आय में मजबूती का अनुमान

प्राकृतिक रबर की कीमत 67 प्रतिशत घटी

Last Updated- December 07, 2022 | 11:46 PM IST

पिछले डेढ़ महीने में प्राकृतिक रबर की कीमत लगभग 67 प्रतिशत घटी है क्योंकि कच्चे तेल की कीमत में गिरावट ने टायर निर्माताओं को सिथेंटिक रबर की ओर झांकने को विवश कर दिया है।


इस वजह से प्राकृतिक रबर की मांग काफी कम हो गई है। रबर बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार घरेलू बाजार में प्राकृतिक रबर की कीमत 10 अक्टूबर को घटकर 8,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जो 28 अगस्त को 14,200 रुपये के स्तर पर था।

रबड़ बोर्ड के अध्यक्ष एस. पीटर ने बताया कि प्राकृतिक रबर कीमतें को झटका पहुंच रहा है क्योंकि टायर विनिर्माता लागत मूल्य में कटौती करने के लिए सिथेंटिक रबर का रुख कर रहे हैं जो सीधे तौर पर कच्चे तेल की कीमत का अनुपालन करता है।

पीटर ने कहा कि इसके अलावा एक माह पहले किए गए अनुबंध की डिलिवरी भी घरेलू उपलब्धता में आगे और इजाफा कर रहे हैं। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10,300 रुपये प्रति क्विंटल की कीमत घरेलू स्तर के करीब है जिससे निर्यात अब आकर्षक नहीं रहा और घरेलू आपूर्ति मजबूत हो रही है।

पीटर ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में औसत मूल्य 9,070 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर को छू गया जबकि उससे पिछला औसत 9,200 रुपये का था। रबर बोर्ड ने केरल के कोट्टयम में 20 अक्टूबर को व्यापारियों और सरकारी अधिकारियों की बैठक तय की है जिसमें कीमत के मुद्दे सहित उद्योग से संबंधित मसलों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को रबर की उपयुक्त कीमत नहीं मिलती है तो हमें कुछ निश्चित कदम उठाने होंगे।

First Published - October 13, 2008 | 3:34 AM IST

संबंधित पोस्ट