भारत का अरहर, उड़द और मूंगफली उत्पादन इस खरीफ सत्र में गिरकर पिछले 3 साल के निचले स्तर पर पहुंच सकता है। बैंक आफ बड़ौदा के एक विश्लेषण में यह जानकारी दी गई है। इस सीजन की सबसे बड़ी फसल धान का उत्पादन पिछले खरीफ सीजन से ज्यादा रहने की संभावना है।
विश्लेषण से पता चलता है कि 2023 खरीफ सीजन में अरहर का उत्पादन करीब 32.2 से 32.7 लाख टन रहने की संभावना है, जबकि 2022-23 सीजन में 33.1 लाख टन उत्पादन हुआ था। इसके उत्पादन में पिछले साल की तुलना में करीब 2.7 प्रतिशत की कमी आएगी।
उड़द का उत्पादन करीब 15 से 16 लाख टन रहने की संभावना है, जो पिछले साल के 17.7 लाख टन की तुलना में करीब 9 से 15 प्रतिशत कम होगा। मूंगफली का उत्पादन 79 से 82 लाख टन रहने की संभावना है, जो पिछले खरीफ सत्र में हुए 85.6 लाख टन की तुलना में 4 से 7 प्रतिशत कम रह सकता है।
बैंक आफ बड़ौदा ने कहा है कि चावल का उत्पादन 1,130 से 1,150 लाख टन रहने का अनुमान है, जो खरीफ 2022 के 1,105.1 लाख टन की तुलना में ज्यादा है।