संकट के दौर में आभूषण कारोबारियों को हल्के गहनों का सहारा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 10, 2022 | 7:29 PM IST

सोने की बढ़ती कीमतों से खरीदारों ने आभूषणों से मुह मोड़ लिया है। इस बेरुखी से बचने के लिए अब आभूषण निर्माता हल्के आभूषणों का सहारा ले रहे हैं, जिससे कम कीमत में गहनों की चाह रखने वाले खरीदार, बाजार का रुख कर सकें।
मंदी का प्रभाव आभूषण के कारोबार पर जबरदस्त पड़ा है। इससे न केवल अमेरिकी और यूरोप के बाजारों में होने वाला निर्यात कम हुआ है, बल्कि घरेलू बाजार में भी कारोबार मंद पड़ गया है।
इसकी प्रमुख वजह यह है कि सोने की कीमतें 15,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक अवरोध को पार कर चुकी हैं। कारोबार में मंदी छाने की वजह से कारोबारियों को अपना मुनाफा भी कम करना पड़ा है।
आभूषण कारोबारियों के मुताबिक सोने के दाम बढ़ जाने की वजह से परंपरागत वजनी जेवरों की जगह पर हल्के जेवर बनाए जा रहे हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग खरीदारी की ओर आकर्षित हों। पीसी ज्वैलर्स के सीईओ और प्रबंध निदेशक बलराम गर्ग ने कहा कि हल्के जेवरात बनाने के बाद से सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और बिक्री में बढ़ोतरी हुई है।
पहले जहां पिछले कुछ साल से हल्के आभूषणों का प्रतिशत 25-30 था, वहीं अब इनकी मात्रा बढ़कर 50 प्रतिशत से ज्यादा हो चुकी है। पीसी ज्वैलर्स ने हाल ही में 2000 विभिन्न डिजाइन के हल्के आभूषण बाजार में उतारे हैं।
दिल्ली के पीपी ज्वैलर्स के निदेशक राहुल गुप्ता कहते हैं पिछले एक साल के दौरान सोने की कीमतों में 1.7 गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ऐसे में आभूषणों के खरीदार हल्के आभूषणों को ही खरीदना पसंद कर रहे हैं। गुप्ता ने कहा कि अभी भी डिजाइन वाली फंक्शनल ज्वैलरी के बारे में लोग जानकारी लेते हैं, इसलिए इस तरफ भी ध्यान बना हुआ है।
गुप्ता ने कहा कि हल्की ज्वैलरी बनाने से न केवल बिक्री में सुधार हुआ है, बल्कि इससे आभूषण कारोबारियों के कारोबार में भी बेहतरी आई है और उन्हें अपना लक्ष्य हासिल करने में मदद मिली है।
एक अन्य हल्की ज्वैलरी के निर्माता और एएनएएचए के सीईओ करनवीर सिंह ने कहा कि सोने की कीमतें बढ़ जाने की वजह से कारोबार के कुल मूल्य में कोई बदलाव नहीं आया है, लेकिन मात्रा के आधार पर कारोबार में निश्चित रूप से गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि पिछले 3 महीने में हल्के ज्वैलरी की बिक्री में 30 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है।

First Published : March 10, 2009 | 5:22 PM IST