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रेकॉर्ड स्तर के आसपास टिका है कच्चा तेल

Last Updated- December 07, 2022 | 12:41 AM IST

एशियाई बाजार में सोमवार को कच्च्चा तेल 127 डॉलर प्रति बैरल की तरफ बढ़ चला। व्यापारियों को लग रहा है कि इसमें अभी और उफान आना है।


विशेषज्ञों केमुताबिक कच्चे तेल में आया यह उफान सऊदी अरब के उस बयान के बाद भी जारी रहा जिसमें उसने कहा था कि वह तेल का उत्पादन बढ़ाएगा। न्यू यॉर्क का मुख्य तेल कॉन्ट्रैक्ट यानी लाइट स्वीट क्रूड का जून डिलिवरी करीब 62 सेंट की छलांग लगा गया और यह 126.91 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया।

शुक्रवार को यह 127.98 डॉलर के रेकॉर्ड पर पहुंच गया था। लंदन का ब्रेंट क्रूड का जुलाई कॉन्ट्रैक्ट 29 सेंट उछलकर 125.28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शुक्रवार को इसने 124.99 डॉलर प्रति बैरल की ऊंचाई नापी थी।

कॉमनवेल्थ बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित कमोडिटी रणनीतिकार डेविड मूर का कहना है कि विशेषज्ञ कच्चे तेल की कीमत के अपने अनुमान को संशोधित कर उसे और ऊंचा कर रहे हैं। यानी उनका कहना है कि अभी कच्चे तेल में और उफान आना बाकी है। सऊदी अरब के तेल मंत्री अली अल नुमानी ने शुक्रवार को कहा था कि उनके देश ने तेल का उत्पादन बढ़ा दिया है।

उन्होंने कहा कि 10 मई से सऊदी अरब ने रोजाना तीन लाख बैरल तेल का उत्पादन बढ़ा दिया है। मंत्री ने कहा कि अमेरिका स्थित उनके ज्यादातर ग्राहकों की मांग पर ऐसा किया गया है। उनका कहना है कि जून में सऊदी अरब रोजाना 94.5 लाख बैरल तेल का उत्पादन करेगा।

हालांकि सऊदी अरब के मंत्री ने ओपेक की उस मंशा को एक बार फिर दोहराया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग के मुकाबले तेल की सप्लाई संतुलित है। ओपेक के सदस्य देशों में सऊदी अरब सबसे बड़ा भागीदार है, जो पूरी दुनिया के कुल तेल उत्पादन में 40 फीसदी का उत्पादन अकेले करता है।

First Published - May 20, 2008 | 1:39 AM IST

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