तांबे की कीमत में और गिरावट मुमकिन

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 2:47 PM IST

तांबे की कीमत में आ रही गिरावट इस हफ्ते भी जारी रहने की उम्मीद है। लंदन मेटल एक्सचेंज के गोदामों में भंडार बढ़ने और दुनियाभर में तांबे की मांग में कमी आने से तांबे की कीमत में यह गिरावट आ रही है।


यही नहीं, गिरावट की प्रमुख वजह दुनिया के सबसे बडे तांबा उत्पादक और उपभोक्ता देश चीन का ओलंपिक खेलों में व्यस्त हो जाना है। अपना सारा ध्यान ओलंपिक पर लगा देने से चीन में निर्माण कार्य लगभग ठप  पड़ चुका है जिससे तांबे की खपत में तेजी से गिरावट आयी है। तांबे के दूसरे बड़े उत्पादक अमेरिका में भी आशंका जतायी जा रही है कि मंदी के चलते तांबे की नयी मांग प्रभावित होगी।

सूत्रों के मुताबिक, इस महीने लंदन, न्यू यॉर्क और शंघाई एक्सचेंजों के गोदामों में तांबे का भंडार 15 फीसदी बढ़कर 1.90 लाख टन तक पहुंच गया है। जानकारों के अनुसार, तांबे के इस भंडार से 3.7 दिन तक पूरी दुनिया की तांबा जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। पिछले साल ठीक इसी समय इन एक्सचेंजों के पास 4.9 दिन तक पूरी दुनिया की तांबा जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त भंडार था। बताया जा रहा है कि तांबे का यह एकत्रित भंडार 26 मार्च के बाद सबसे ज्यादा है।

अकेले लंदन मेटल एक्सचेंज में ही पिछले हफ्ते इसके भंडार में 8.4 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई और कुल भंडार 1.45 लाख टन तक पहुंच गया। एलएमई का यह भंडार फरवरी के बाद सबसे ज्यादा है। अमूमन अगस्त महीने में आधारभूत धातुओं की मांग शून्यप्राय हो जाती है। तमाम निर्माण प्रोजेक्टों में इस समय सुस्ती छायी रहती है और तांबे की नयी आवक का बेसब्री से इंतजार किया जाता है। पिछला अनुभव तो बताता है कि इस दौरान तांबे की कीमत भी कम हो जाती है। कुछ लोग मान रहे हैं कि तांबे की कीमत अब अपने न्यूनतम स्तर तक जा चुकी है।

ऐसे में अब तांबे में कमी की बजाय बढ़ोतरी ही होगी। उल्लेखनीय है कि इसके मूल्य में लगातार चौथे हफ्ते गिरावट हुई और यह 7,920 रुपये प्रति टन तक पहुंच चुका है। न्यू यॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज के कॉमैक्स डिवीजन में सितंबर डिलीवरी वाले अनुबंध में शुक्रवार को 8.15 फीसदी की कमी हुई और यह 3.58 डॉलर प्रति पाउंड तक पहुंच गया। उधर यूरो की तुलना में डॉलर का भाव 1.जानकारों के मुताबिक, अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मजबूत होने से निवेशकों द्वारा महंगाई से बचने के लिए धातुओं में किए जाने वाले निवेश में कमी आयी है।

First Published : August 4, 2008 | 2:07 AM IST