बंद रहे कमोडिटी बाजार आज फिर होगा कारोबार

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 08, 2022 | 5:48 AM IST

मुंबई में हुए आतंकी हमलों के कारण वायदा बाजार से जुड़े प्रमुख एक्सचेंजों मसलन मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स), नैशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) और नैशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एनएमसीई) में गुरुवार को कोई कारोबार नहीं हुआ।


सतर्कता बरतने के सरकारी फरमान के चलते ये तीनों एक्सचेंज बंद रहे। जिंस विश्लेषकों के मुताबिक, बंदी के चलते पूरी उम्मीद है कि शुक्रवार को बाजार में गिरावट होगी। कुछ जानकारों का तो मानना है कि मुंबई एक दिन के बाद ही पटरी पर लौट आती है लिहाजा किसी प्रकार की गिरावट नहीं आने वाली।

उनका यह भी कहना है कि सरकार को बाजार बंद करने का फैसला नहीं लेना चाहिए, इससे आतंकियों के हौसले और बुलंद होते हैं। दूसरी ओर, दिल्ली के हाजिर बाजार में गुरुवार को जिंसों में थोड़ी गिरावट हुई। वैसे सोने का हाजिर कारोबार बुधवार की दर पर ही हुआ।

उल्लेखनीय है कि एमसीएक्स में रोजाना 18-19 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है तो एनसीडीईएक्स में करीब 2.5-3 हजार करोड़ रुपये का। एनसीडीईएक्स के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्र प्रमुख आर रघुनाथन कहते हैं कि एक्सचेंज बंद होने से निश्चित रूप से नुकसान हुआ है।

एक तो कारोबार ठप होने से करोड़ों रुपये रोजाना का कारोबार बंद रहा। दूसरा, शुक्रवार को एक्सचेंज खुलने पर बाजार का रुख नकारात्मक रहेगा। इससे जिंसों में गिरावट आ सकती है। मंदी के चलते पहले ही टूटा पड़ा जिंस बाजार इससे और टूटेगा और बाजार को संभलने में दो-तीन दिन लग जाएंगे।

एमसीएक्स के उपाध्यक्ष संजीत प्रसाद इस मामले में अलग राय रखते हैं। उन्होंने मुंबई से बताया कि इस हमले का और इस बंदी का बाजार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। प्रसाद के मुताबिक, मुंबई में ट्रेन ब्लास्ट के बाद शुक्रवार को बाजार तेजी के साथ खुला था।

बहरहाल, गुरुवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में कोई बदलाव नहीं देखा गया, जबकि किराना बाजार में बिकवाली का अभाव दिखा। कारोबार बुधवार के 13,100 रुपये प्रति दस ग्राम की दर पर ही किया गया। मालूम हो कि पिछले एक सप्ताह से सोने में रोजाना 50-150 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़ोतरी हो रही थी।

दिल्ली किराना कमेटी के अध्यक्ष प्रेम कुमार अरोड़ा ने बताया कि आतंकी हमले का असर कम से कम चार-पांच दिनों तक रहेगा। उन्होंने बताया कि किराना बाजार पहले से ही मंदी की चपेट में है और इस वारदात के बाद थोड़ी-बहुत और गिरावट हो सकती है।

First Published : November 28, 2008 | 12:05 AM IST