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ब्लूस्मार्ट विवाद में पुनीत गोयल को मिल रहा सोशल मीडिया का साथ

वित्तीय गड़बड़ियों से अलग, पुनीत को बताया गया ईमानदार और विजनरी; निवेशक और उद्यमी बोले—"मिशन मायने रखता है"

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उदिशा श्रीवास्तव   
Last Updated- April 22, 2025 | 11:34 PM IST

जग्गी बंधु – अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह खुद को जेनसोल-ब्लूस्मार्ट प्रकरण में वित्तीय कुप्रबंधन के केंद्र में पा रहे हैं, जबकि ब्लूस्मार्ट के तीसरे सह-संस्थापक पुनीत के गोयल पर दिए जाने वाले ध्यान ने अलग ही मोड़ ले लिया है। सोशल मीडिया पर निवेशकों और उद्यमियों ने समान रूप से गोयल का समर्थन किया है, उन्हें ईमानदारी और दूरदर्शिता वाले दुर्लभ व्यक्ति के रूप में चित्रित किया है और ग्रीन मोबिलिटी की स्थिरता के लिए गहराई से प्रतिबद्ध स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति के रूप में चित्रित किया है।

स्टार्टअप सलाहकार फर्म टेरेक्स वेंचर्स की संस्थापक प्रियंका मदनानी गोयल को पिछले चार-पांच साल से जानती हैं। वह याद करती हैं कि पहली बार बातचीत के दौरान गोयल अपनी स्टार्टअप (ब्लूस्मार्ट) के लिए किस तरह उत्साह और जुनून से भरे हुए थे।

मदनानी ने कहा, ‘लोग अब उनके साथ और ज्यादा जुड़े हुए हैं क्योंकि वे उनके सपने के लिए खड़े हुए हैं। उन्होंने पहले दिन जो दावा किया था, वह आज भी उसी पर कायम हैं। संस्थापक के रूप में उन्होंने ध्यान केंद्रित किया हुआ था और जोश से भरे हुए थे, जो विरला गुण है और ब्लूस्मार्ट के लिए उन्होंने जो प्रयास किए, वे वास्तव में प्रतीकात्मक थे।’

पेशेवर नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर लिखते हुए एंजेल निवेशक अमित गुप्ता ने करीबग 450 शब्दों की पोस्ट में कहा, ‘पुनीत न केवल सीरियल उद्यमी हैं, बल्कि वे अक्षय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में एक ताकत हैं। उन्होंने भारत के पूरी तरह से इलेक्ट्रिक अग्रणी राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म ब्लूस्मार्ट में स्वप्न की स्पष्टता, अडिग अखंडता और अथक क्रियान्वयन पैदा किया … पुनीत ने उसी मिशन में अपनी आत्मा डाल दी है और यह काम तब भी जारी है, जब इसे गलत समझा गया है। क्योंकि मिशन मायने रखता है।’

इसी तरह एक ऑनलाइन पोस्ट में आईटी क्षेत्र का बुनियादी ढांचा प्रदान करने वाली फर्म के उपाध्यक्ष अवनी नरेश ने कहा, ‘प्रिय पुनीत के गोयल, मैं इन मुश्किल वक्त में आपके साथ खड़ा हूं। आपने बहुत जुनून के साथ ब्लूस्मार्ट का निर्माण किया है… आप ब्लूस्मार्ट का निर्माण कर रहे थे और यह कहानी भारत में सर्वश्रेष्ठ ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) कैब कंपनी बनने की दिशा में जारी रहनी चाहिए।’

इस बढ़ते संकट के बीच सोशल मीडिया की एक भी पोस्ट में गोयल की भागीदारी या इरादों पर सवाल नहीं उठाया गया है। ऐसे परिदृश्य में किसी संस्थापक के लिए यह दुर्लभ घटना है। यह पूछे जाने पर कि क्या गोयल कथित वित्तीय गड़बड़ियों से अनजान हो सकते हैं, नरेश ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि उन्होंने गोयल को अकेले ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा है, जो नियमित रूप से ग्राहकों की प्रतिक्रिया की जांच करता है।

First Published : April 22, 2025 | 11:34 PM IST