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वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद द्वारा सैकड़ों उपभोक्ता वस्तुओं पर कर घटाने की मंजूरी के बाद मारुति सुजूकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि ऑल्टो 40,000 से 50,000 रुपये और वैगन आर 60,000 से 67,000 रुपये तक सस्ती हो सकती है।
परिषद के इस फैसले से 1200 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता वाली और 4 मीटर से ज्यादा लंबी कारों की मांग बढ़ेगी क्योंकि उपकर हटने से अहितकर दर अब घटकर 40 फीसदी रह गई है। इन कारणों से कुछ कारों पर 50 फीसदी कर लग रहा था। भार्गव ने गुरुवार को कहा, हमारा अनुमान है कि छोटी कारों का बाजार, जिसकी वृद्धि घट रही थी, इस साल 10 फीसदी से अधिक की दर से बढ़ेगा।
उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, इसके परिणामस्वरूप कुल यात्री कार बाजार में 6 से 8 फीसदी की वृद्धि होनी चाहिए। ब्याज दरों में कमी आने, आयकर लाभ और अब जीएसटी में कटौती से आम तौर पर उत्साह का माहौल है, जिससे उपभोक्ताओं के पास खपत करने के लिए ज्यादा पैसा होगा। भार्गव ने कहा कि कारों की कीमतों में 9 फीसदी की कमी आ सकती है। इसमें परिवहन लागत और डीलर मार्जिन शामिल नहीं है जो अच्छा-खासा होता है।
उन्होंने बताया कि लग्जरी कारों पर भी उपकर के बाद जीएसटी 43 फीसदी से 50 फीसदी तक लगता था, लेकिन अब इसकी सीमा 40 फीसदी होगी। उन्होंने कहा, एक करोड़ रुपये की कार के लिए 5 फीसदी का अंतर बहुत ज्यादा है। परिषद ने बुधवार को छोटी कारों पर जीएसटी दर 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी करने की घोषणा की। 1200 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता और 4 मीटर से ज्यादा लंबी कारों पर जीएसटी 40 फीसदी होगा।