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दुर्लभ मैग्नेट की कमी के बीच बजाज ऑटो ने घटाया ईवी उत्पादन का लक्ष्य

चीन के पास दुनिया की 90 फीसदी दुर्लभ शोधन क्षमता है और वह दुनिया के 60 फीसदी दुर्लभ तत्वों का उत्पादन भी करता है।

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सोहिनी दास   
अंजलि सिंह   
Last Updated- August 06, 2025 | 10:20 PM IST

चीन से दुर्लभ मैग्नेट की आपूर्ति सुचारू होने की कम उम्मीद के कारण पुणे की दोपहिया वाहनों की दिग्गज कंपनी बजाज ऑटो ने अगस्त और सितंबर के लिए अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया उत्पादन को आधा और इलेक्ट्रिक तिपहिया को 75 फीसदी तक कम कर दिया है। कंपनी के वित्तीय नतीजे जारी करने के दौरान बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने जुलाई में पहले ही अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का उत्पादन कम से कम 50 फीसदी तक घटा दिया था। अब अगस्त और सितंबर के लिए भी ऐसी ही स्थिति रहने का अनुमान है।

राकेश शर्मा ने कहा, ‘हमारे उत्पादन में गिरावट जून के अंत से शुरू हुई। जुलाई में उत्पादन करीब 50 फीसदी तक प्रभावित हुआ। हमें उम्मीद थी कि अगस्त में उत्पादन शून्य रहेगा मगर ऐसा नहीं हो रहा है। अगस्त का उत्पादन जुलाई के उत्पादन से बेहतर रहेगा, लेकिन हम अभी भी योजना के करीब 50 से 60 फीसदी के आसपास रहेंगे।’

उल्लेखनीय है कि चीन की सरकार ने पिछली अप्रैल के आसपास इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन के लिए जरूरी माने जाने वाले दुर्लभ मैग्नेट पर कुछ प्रतिबंध लगाए थे। शर्मा ने कहा कि उनके विक्रेताओं ने चीन के अधिकारियों के समक्ष कई आवेदन भी दिए। मई में करीब 30 आवेदन जमा किए गए थे। मगर अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि इन्हें कब मंजूरी दी जाएगी।

चीन के पास दुनिया की 90 फीसदी दुर्लभ शोधन क्षमता है और वह दुनिया के 60 फीसदी दुर्लभ तत्वों का उत्पादन भी करता है। बजाज ऑटो भारत की उन पहली वाहन कंपनियों में से एक थी जिसने आपूर्ति को लेकर चिंता जताई थी।

First Published : August 6, 2025 | 10:17 PM IST