लेखक : सुब्रत पांडा

आज का अखबार, कंपनियां

24 साल बाद Bajaj Finserv और Allianz हो रहा है अलग, पर क्या हैं बड़े कारण? संजीव बजाज ने सबकुछ बताया

बीमा क्षेत्र में 24 साल तक संयुक्त उपक्रम चलाने के बाद अब बजाज फिनसर्व और आलियांज ने अलग होने का निर्णय किया है। बजाज फिनसर्व के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक संजीव बजाज ने मनोजित साहा और सुब्रत पांडा के साथ बातचीत में संयुक्त उपक्रम से म्यूनिख की बीमा कंपनी के बाहर निकलने के निर्णय और […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

बैंकिंग ऋण में 11.1% और जमा में 10.2% बढ़ोतरी, नकदी संकट के बीच कर्ज में तेजी संभव

भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि 7 मार्च को समाप्त पखवाड़े में अर्थव्यवस्था में बैंकिंग ऋण सालाना आधार पर 11.1 फीसदी बढ़ा है, जबकि इस अवधि के दौरान जमा में 10.2 फीसदी वृद्धि हुई है। इससे पता चलता है कि जमा और वृद्धि में अंतर करीब 90 आधार अंक रहा […]

आज का अखबार, उद्योग, कंपनियां

₹4,385 करोड़ की बड़ी डील! Bain Capital का Manappuram Finance में 18% हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान

अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी (PE) कंपनी बैन कैपिटल ने भारत की दूसरी सबसे बड़ी गोल्ड फाइनेंस कंपनी मणप्पुरम फाइनेंस में 18% हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया है। यह डील ₹4,385 करोड़ में होगी। बैन कैपिटल और मणप्पुरम फाइनेंस ने इस समझौते की घोषणा गुरुवार को की। बैन कैपिटल ₹236 प्रति शेयर के हिसाब से मणप्पुरम […]

आज का अखबार, बॉन्ड, वित्त-बीमा

नाबार्ड, सिडबी और इरेडा ने अल्पावधि बॉन्ड से 14,000 करोड़ रुपये जुटाए, ब्याज दर में कटौती की उम्मीद

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) और भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्‍था लिमिटेड (इरेडा) ने बुधवार को घरेलू पूंजी बाजार से मध्यम से लेकर अल्प अवधि के बॉन्ड के जरिये 14,000 करोड़ रुपये जुटाए। यह उनके आमतौर पर दीर्घावधि बॉन्ड को प्राथमिकता देने के रुझान में बदलाव को […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, ताजा खबरें, बैंक

भारत में अधिक वैश्विक जिम्मेदारी की उम्मीद

अमेरिका स्थित सिटीग्रुप अपने अन्य केंद्रों की तुलना में भारत को अधिक वैश्विक जिम्मेदारियां आवंटित करने की संभावना रखता है, क्योंकि देश में प्रतिभाओं की संख्या काफी अधिक है। यह बात सिटीग्रुप की मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेन फ्रेजर ने बुधवार को सीएनबीसीटीवी18 के साथ बातचीत में कही। फ्रेजर ने विश्वास जताया कि भारत दुनिया की […]

आज का अखबार, बीमा, वित्त-बीमा

Allianz भारत में बीमा सेक्टर में निवेशक ही नहीं, ऑपरेटर के रूप में भी बढ़ाएगा भागीदारी

जर्मनी की कंपनी आलियांज न सिर्फ निवेशक, बल्कि ऑपरेटर के रूप में भी भारत के बीमा बाजार में नए अवसर तलाशेगी। कंपनी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी। कंपनी ने कहा, ‘भारत आलियांज के मुख्य वृदि्ध वाले बाजारों में बना रहेगा। आलियांज भविष्य में भारतीय बीमा बाजार में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए न […]

आज का अखबार, बॉन्ड, वित्त-बीमा

REC, केनरा बैंक ने बॉन्ड से जुटाए 10,000 करोड़ रुपये

सरकारी कंपनी आरईसी ने विभिन्न अवधि के बॉन्ड से 5,780 करोड़ रुपये सोमवार को जुटाए। सूत्रों के मुताबिक केनरा बैंक ने भी टीयर 2 बॉन्ड के जरिये 4,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इनके अलावा सरकारी क्षेत्र के राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और भारतीय लघु उद‌्योग विकास बैंक (सिडबी) इस सप्ताह घरेलू पूंजी […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

HDFC Bank की नजर 1,028 करोड़ रुपये का फंसा कर्ज बेचने पर

देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े कर्जदाता एचडीएफसी बैंक ने स्विस चैलेंज नीलामी के माध्यम से कुल 1,028 करोड़ रुपये के दो फंसे कर्ज पोर्टफोलियो को बिक्री के लिए रखा है। बैंक ने परिसंपत्तियों को खरीदने में रुचि रखने वाली संस्थाओं से जवाबी बोलियां आमंत्रित की हैं। नीलामी नोटिस में बैंक ने कहा है […]

आज का अखबार, बॉन्ड, वित्त-बीमा

बॉन्ड से धन जुटाने की तैयारी

आरईसी, एनटीपीसी, केनरा बैंक सहित सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े नाम अगले सप्ताह बॉन्ड के माध्यम से 14,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए ऋण बाजार में उतर रहे हैं, जबकि इस तरह के बॉन्डों पर यील्ड अधिक चल रही है। सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा सरकारी कंपनी पीएफसी इस सप्ताह बॉन्ड बाजार से 8,000 करोड़ […]

आज का अखबार, कंपनियां, ताजा खबरें, बैंक

नए निवेशकों की होगी एंट्री! Axis Bank अपनी इस सहायक फर्म की बेचेगी हिस्सेदारी, इस वजह से कंपनी ने लिया फैसला

निजी क्षेत्र का तीसरा सबसे बड़ा ऋणदाता ऐ​क्सिस बैंक अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ऐ​क्सिस फाइनैंस में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचकर 2,000 से 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है। इस मामले से अवगत एक सूत्र ने यह जानकारी दी। ऐ​क्सिस बैंक इस हिस्सेदारी बिक्री से प्राप्त रकम का उपयोग अपनी गैर-बैंकिंग वित्तीय […]