लेखक : शिवा राजौरा

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, उद्योग

मजबूत मांग के बीच भी भारत-पाक तनाव और महंगाई ने मई में घटाई विनिर्माण की रफ्तार, तीन महीने में सबसे कम

लागत के दबाव, कड़ी प्रतिस्पर्धा और भारत व पाकिस्तान के बीच चले टकराव का असर भारत की विनिर्माण गतिविधियों पर पड़ा है। मई में विनिर्माण पीएमआई 3 महीने में सबसे सुस्त रही है।  सोमवार को जारी सर्वे के मुताबिक एसऐंडपी ग्लोबल द्वारा संकलित एचएसबीसी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) मई में गिरकर 57.6 पर […]

आज का अखबार, भारत

आय बढ़ाने के लिए आधे किसान गैर कृषि क्षेत्र पर निर्भर, पीपल रिसर्च की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

बाजार में उतार-चढ़ाव और पर्यावरण से जुड़ी अनिश्चितताओं के कारण खेती में अस्थिरता बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से अन्नदाता गैर-कृषि क्षेत्र से आमदनी के स्रोतों की ओर रुख कर रहे हैं। निजी थिंक टैंक पीपल रिसर्च द्वारा रविवार को भारत की उपभोक्ता अर्थव्यवस्था (प्राइस) पर जारी एक वर्किंग पेपर में यह सामने आया […]

ताजा खबरें, भारत, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ की कम महिलाओं के पास है मोबाइल

महिलाओं के पास मोबाइल फोन होने के मामले में छत्तीसगढ़ (39 प्रतिशत), त्रिपुरा (40.4 प्रतिशत) और मध्य प्रदेश (42.4 प्रतिशत) पिछड़े हुए हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से गुरुवार को जारी कंप्रहेंसिव मॉडुलर सर्वेः टेलीकॉम के आंकड़ों से यह सामने आया है। आंकड़ों से पता चलता है कि 10 राज्यों व केंद्र शासित […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

FY25 में निजी खपत ने GDP ग्रोथ को पीछे छोड़ा, दो दशक में सबसे ऊंचा योगदान

वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में खपत मांग भले ही धीमी होकर 5 तिमाही के निचले स्तर पर आ गई हो मगर पूरे वित्त वर्ष 2025 में निजी अंतिम खपत व्यय (पीएफसीई) में वृद्धि ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि को पीछे छोड़ दिया। राष्ट्रीय सां​ख्यिकी कार्यालय द्वारा आज जारी नवीनतम आंकड़ों के […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, ताजा खबरें, भारत

औद्योगिक उत्पादन में 8 महीने की सबसे कम वृध्दि

अप्रैल में औद्योगिक उत्पादन केवल 2.7 प्रतिशत बढ़ा, जो आठ महीने की सबसे कम वृद्धि है। मार्च में इसमें 3.94 प्रतिशत इजाफा हुआ था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय से आज जारी आंकड़ों में रफ्तार घटने की वजह ऊंचा आधार और खनन क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट बताई गई है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईपीपी) के आंकड़ों के अनुसार […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, आपका पैसा, एफएमसीजी, कंपनियां, ताजा खबरें

कपड़ों और जूतों पर खर्च में लगातार आ रही गिरावट

भारतीय घरों में ‘कपड़ों और जूतों’ पर खर्च घटकर तीन साल के सबसे कम स्तर पर रह गया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय से जारी आंकड़ों के अनुसार 2023-24 में यह खर्च महामारी से पहले के मुकाबले भी कम रहा। इस खर्च में कमी का यह लगातार दूसरा साल रहा। इससे पहले 2022-23 में इसमें 1.4 […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

India Q4 GDP : 7.6% तक पहुंच सकती है भारत की GDP ग्रोथ, रूरल डिमांड और निर्माण क्षेत्र ने बढ़ाया भरोसा

भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) में गति पकड़कर कम से कम चार तिमाही के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकती है। इसके पहले की तीन तिमाहियों में वृद्धि दर मध्यम रही थी। विश्लेषकों का कहना है कि कृषि उत्पादन में मजबूत प्रदर्शन, ग्रामीण उपभोग मांग, व्यापार, […]

आज का अखबार, आपका पैसा

EPFO के आंकड़ों में सुधार, मार्च में नए सदस्यों की संख्या में 2% हुई बढ़ोतरी; युवाओं की नौकरी में तेजी का संकेत

भारत में मार्च के दौरान औपचारिक नियुक्तियां में थोड़ा इजाफा हुआ। लिहाजा इसमें तीन महीने की गिरावट के बाद सीधे तौर पर सुधार हुआ है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के बुधवार को जारी मासिक आंकड़े के मुताबिक कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) की सदस्यता मार्च में 2 प्रतिशत बढ़कर 7,54,000 हो गई जबकि यह फरवरी […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, कानून, भारत, राजनीति

राज्यों को श्रम संहिताओं के अनुरूप संशोधन की सलाह

चार नई श्रम संहिताओं को अधिसूचित करने के लिए कोई निश्चित समय-सीमा नहीं होने के कारण केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अपने मौजूदा श्रम कानूनों में आवश्यक बदलाव करने के लिए कहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को यह भी कहा गया है […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

अप्रैल में 8 प्रमुख उद्योगों की धीमी बढ़त, रिफाइनरी और उर्वरक उत्पादन में गिरावट

अप्रैल में 8 प्रमुख बुनियादी उद्योगों में साल भर पहले के मुकाबले केवल 0.5 प्रतिशत वृद्धि हुई, जो पिछले आठ महीने की सबसे सुस्त रफ्तार है। मार्च में इस प्रमुख क्षेत्रों की वृद्धि दर का संशोधित आंकड़ा 4.6 प्रतिशत था। वृद्धि दर कम रहने का प्रमुख कारण रिफाइनरी उत्पादों और उर्वरकों के उत्पादन में गिरावट […]