लेखक : इंदिवजल धस्माना

आज का अखबार, भारत, महाराष्ट्र

चुनावी वादों पर खुलकर खर्चेगा महायुति, महाराष्ट्र के पास पर्याप्त धन और संसाधन मौजूद

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी नीत महायुति गठबंधन ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले महा विकास आघाडी को तगड़ी पटखनी लगाते हुए लगभग इकतरफा जीत हासिल की है। अब सरकार बनने के बाद सभी की निगाहें इस बात पर होंगी कि सत्ताधारी महायुति मतदाताओं से महिलाओं, किसानों, युवाओं और बुजुर्गों के लिए किए गए वादे कैसे […]

आज का अखबार, चुनाव, महाराष्ट्र

Maharashtra Elections: छह क्षेत्रों में महायुति और आघाडी के बीच सीधी टक्कर

Maharashtra Elections: अगर महाराष्ट्र में विपक्षी दलों का गठबंधन इस साल हुए लोक सभा चुनावों के प्रदर्शन के आधार पर ही अपनी रणनीति बनाता है तो सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन कोंकण के अलावा अन्य इलाकों में पैठ बढ़ाना चाहेगा। वहीं, विपक्षी दलों का गठबंधन महाविकास आघाडी मुंबई, उत्तरी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ में अपनी पैठ मजबूत करने […]

आज का अखबार, भारत, महाराष्ट्र

महाराष्ट्र का राजनीतिक अर्थ शास्त्र: कल्याणकारी योजनाओं पर संभलने की सलाह

महाराष्ट्र में एक केंद्रीय मंत्री समेत दो नेताओं ने राज्य सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना (एमएमएलबीवाई) को लेकर मतदाताओं और उद्योग जगत की वास्तविकता दिखाने का प्रयास किया है। ये दोनों नेता केंद्र सत्ताधारी गठबंधन के हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ […]

आज का अखबार, बिहार व झारखण्ड, भारत

झारखंड: आदिवासियों के मुद्दों पर जोर

झारखंड में विधान सभा चुनावों की तारीख नजदीक आते ही अनुसूचित जनजाति बहुल निर्वाचन क्षेत्रों को राजनीतिक दल ज्यादा तवज्जो देने लगे हैं। ये सीट प्रदेश की कुल विधान सभा सीट में से एक तिहाई से ज्यादा हैं। झारखंड की कुल 81 विधान सभा सीट में से 28 सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। […]

आज का अखबार, भारत

विवेक देवरॉय : अर्थशास्त्री ही नहीं, पौराणिक लेखक के रूप में छोड़ी छाप

मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां गढ़ने में महत्त्वपूर्ण योगदान देने वाले विख्यात अर्थशास्त्री विवेक देवरॉय (69) का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को निधन हो गया। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के अध्यक्ष देवरॉय दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती थे। हालांकि वह पूर्ववर्ती सरकारों में भी नीतियां बनाने में शामिल रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

मजाक नहीं, खाने की वस्तुओं पर GST की अलग-अलग दरें गंभीर मुद्दा; नामचीन रेस्टोरेंट के MD के बयान से शुरू हुआ विवाद

तमिलनाडु के एक नामचीन रेस्टोरेंट के प्रबंध निदेशक ने कोयंबत्तूर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से माफी मांगकर राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है। यदि हम इस मामले के राजनीतिक घटनाक्रम को एक तरफ रख दें तो भी इस घटना ने विभिन्न उत्पादों विशेष तौर पर खाद्य उत्पादों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) […]

ताजा खबरें, भारत

सिर्फ ‘रेवड़ी कल्चर’ ही नहीं है हिमाचल की कंगाली की वजह, आंकड़ों ने उठाया हकीकत से पर्दा

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार बिजली पर उपकर (electricity cesses) लगाने और सब्सिडी को तार्किक रूप से व्यवस्थित करने की योजना बना रही है, क्योंकि उसे अपने खस्ताहाल वित्तीय स्थिति को सुधारने की आवश्यकता महसूस हो रही है। कोरोना महामारी के वर्ष (2020-21) को छोड़ दिया जाए तो तीन साल पहले तक, राज्य रेवेन्यू सरप्लस […]

आज का अखबार, भारत

Kolkata Doctor Case में IMF की डिप्टी MD ने दिया बयान, कहा- महिला कर्मचारी बढ़ाने के लिए कार्यस्थल में सुरक्षा जरूरी

Kolkata doctor rape case: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने कोलकाता में महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या को भयानक और परेशान करने वाली घटना बताते हुए इसकी निंदा की है। बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ‘निजी तौर पर कहूं तो इस तरह की कोई भी घटना […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

Purvodaya Mission: क्या विकास के सूर्य का पूर्व से होगा उदय?

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के पूर्वी हिस्से में विकास को गति देने के लिए जिन पांच राज्यों को चुना है उनमें प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से आंध्र प्रदेश एकमात्र अपवाद है। पिछले दस वर्षों के दौरान आंध्र प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से अधिक रही है, जबकि इस समूह के […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, बजट

Union Budget 2024: राजकोषीय घाटा कम होने का अनुमान, RBI की वजह से सरकार को मिलेगी मदद

Fiscal Deficit: रोजगार योजनाओं पर खर्च बढ़ाने, बिहार और आंध्र प्रदेश को वित्तीय पैकेज देने तथा नई आयकर व्यवस्था (new tax regime) के तहत राहत देने के बावजूद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजकोषीय घाटे (Fiscal Deficit) को कम करने का लक्ष्य रखा है। बजट में चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू […]