लेखक : भाविनी मिश्रा

आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

Byju’s और BCCI की याचिकाएं खारिज, थिंक ऐंड लर्न के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई जारी रहेगी

सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और ऋजु रवींद्रन की उन अपीलों को खारिज कर दिया जिनमें बैजूस की पैतृक कंपनी ​थिंक ऐंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के ​खिलाफ दिवालिया कार्रवाई वापस लेने की मांग की गई थी। राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने इस साल अप्रैल में बीसीसीआई और रिजु […]

आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

Nalco के पूर्व सीएमडी अभय श्रीवास्तव मनी लॉ​न्ड्रिंग में दोषी, पत्नी समेत चार को सजा

दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को नैशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) के पूर्व चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अभय कुमार श्रीवास्तव को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 3 और 4 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का दोषी ठहराया। नाल्को सार्वजनिक क्षेत्र का एक उपक्रम है। अदालत ने पूर्व प्रबंध निदेशक की पत्नी चांदनी श्रीवास्तव […]

आज का अखबार, कंपनियां

NCLAT ने रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही पर लगाई रोक, ₹90 करोड़ के बकाया मामले में सुनवाई टली

राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के दिल्ली पीठ ने शुक्रवार को रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही पर रोक लगा दी। एनसीएलटी की पीठ ने आईडीबीआई ट्रस्टीशिप की याचिका पर कंपनी के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया था। आईडीबीआई ट्रस्टीशिप ने आरोप लगाया था कि अनिल अंबानी की अगुआई वाली कंपनी […]

Cricket, खेल, भारत

क्या ‘Captain Cool’ अब सिर्फ MS Dhoni का रहेगा? ट्रेडमार्क को लेकर कानूनी बहस

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने मशहूर उपनाम ‘Captain Cool’ को ट्रेडमार्क कराने के लिए बीते महीने आवेदन दायर किया है। धोनी मैदान पर अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं और यह उपनाम उन्हें उनके प्रशंसकों से मिला है। अब वे उन मशहूर भारतीय हस्तियों की सूची में शामिल हो गए […]

आज का अखबार, कंपनियां, ताजा खबरें

ऑनलाइन मनी गेमिंग कंपनियां 28% GST से नाखुश, फैसले को खामियों से भरा और गैरकानूनी बताया

ऑनलाइन रियल-मनी Gaming Conpanies ने मंगलवार को अपनी सेवाओं पर 28 फीसदी वस्तु एवं सेवा कर (GST) लगाने का विरोध किया और तर्क दिया कि यह कर मूल रूप से खामियों से भरा है और कानूनी व्यवस्था के विपरीत है। ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों (याचिकाकर्ताओं) की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता वी. श्रीधरन ने तर्क दिया कि […]

आज का अखबार, कंपनियां

SC से इंडिगो को राहत: मरम्मत के लिए विदेश भेजे गए विमानों और उनके पुर्जों के दोबारा आयात पर नहीं लगेगा टैक्स

सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के खिलाफ केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) की याचिका खारिज कर दी। याचिका में मरम्मत के लिए विदेश भेजे गए विमानों और उनके पुर्जों के पुन: आयात पर एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर (आईजीएसटी) लगाने की […]

आज का अखबार, कंपनियां

वेदांत को दिल्ली हाई कोर्ट से राहत, सरकार की अपील खारिज, अब तेल ब्लॉक्स की आय से भुगतान में कर सकेगा कटौती

दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को केंद्र सरकार की उस अपील को खारिज कर दिया, जिसमें वेदांत को राजस्थान तेल एवं गैस क्षेत्रों में मंगला, भाग्यम और ऐश्वर्या से प्राप्त राजस्व हिस्सेदारी से भुगतान में कटौती करने से रोकने की मांग की गई थी। न्यायमूर्ति जसमीत सिंह ने अपने अंतरिम आदेश में वेदांत को 2023 […]

आज का अखबार, राजनीति

मतदाता सत्यापन में आधार भी हो शामिल

उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को भारतीय निर्वाचन आयोग से कहा कि विधान सभा चुनाव से पहले बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए आधार कार्ड के साथ-साथ मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड को भी स्वीकार्य दस्तावेज माना जाए। न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची ने कहा, ‘नागरिकता साबित करने के […]

आज का अखबार, कंपनियां, ताजा खबरें, बैंक, भारत

HDFC बैंक के MD शशिधर जगदीशन को झटका, सुप्रीम कोर्ट ने FIR रद्द करने से किया इनकार

उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी शशिधर जगदीशन के खिलाफ दर्ज कराई गई प्राथमिकी रद्द करने से इनकार कर दिया है। यह प्राथमिकी लीलावती कीर्तिलात मेहता मेडिकल ट्रस्ट ने दर्ज कराई है, जो मुंबई में लीलावती हॉस्पिटल चलाता है।  न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और आर माधवन के पीठ ने […]

आज का अखबार, एफएमसीजी, कंपनियां, कानून

डाबर च्यवनप्राश की बदनामी वाले पतंजलि के टीवी विज्ञापन पर रोक

दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को पतंजलि आयुर्वेद को डाबर के च्यवनप्राश उत्पादों को बदनाम करने वाले किसी भी टेलीविजन विज्ञापन को प्रसारित करने से रोक दिया। उच्च न्यायालय का यह फैसला डाबर इंडिया की उस याचिका पर आया है जिसमें कथित मानहानिकारक विज्ञापन अभियान के खिलाफ निषेधाज्ञा की मांग की गई थी। न्यायमूर्ति मिनी […]