लेखक : असित रंजन मिश्र

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, ताजा खबरें

विविधीकरण पर जोर देने के बावजूद अमेरिका को होने वाले निर्यात पर निर्भरता बढ़ी

वस्तु निर्यात के विविधीकरण पर जोर देने के बावजूद भारत की अमेरिका के निर्यात पर निर्भरता बढ़ी है। अमेरिका को निर्यात 13 वर्षों में 7.6 फीसदी बढ़ा व वित्त वर्ष 2023-24 में कुल निर्यात में इसकी हिस्सेदारी 17.7 फीसदी हो गई। वाणिज्य विभाग के मुताबिक भारत के कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी 1998-99 के […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, उद्योग

DPIIT ने सार्वजनिक खरीद में लोकल कंटेंट की सीमा बढ़ाने का रखा प्रस्ताव, मैन्युफैक्चरिंग को मिलेगा बढ़ावा

Public Procurement: उद्योग विभाग ने श्रेणी 1 और श्रेणी 2 में आने वाले आपूर्तिकर्ताओं से सार्वजनिक क्षेत्र को मिलने वाले सामान में स्थानीय सामग्री (local content) की न्यूनतम आवश्यकता बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। इसके तहत श्रेणी 1 के आपूर्तिकर्ताओं (Class I suppliers) को कम से कम 70 फीसदी सामग्री स्थानीय स्तर पर ही खरीदनी […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

भारत के सेवा निर्यात की सुस्त पड़ी रफ्तार, आयात में भी आई गिरावट; अर्थशास्त्रियों ने बताई वजह

लगातार दो साल तक दो अंकों में बढ़ने के बाद पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत के सेवा निर्यात की रफ्तार सुस्त पड़ गई और तीन साल में सबसे कम रही। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024 में भारत का सेवा निर्यात 4.9 फीसदी की मामूली वृद्धि के साथ 341.1 […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

स्थानीय सामग्री के पैमाने से बाहर होंगी परिवहन और बीमा जैसी कुछ सेवाएं! DPIIT ने कैबिनेट सचिवालय को भेजा प्रस्ताव

Public procurement order: उद्योग विभाग ने कैबिनेट सचिवालय को पत्र लिखकर सार्वजनिक खरीद नियमों के तहत स्थानीय उत्पादों की गणना (calculation of local content) से परिवहन, बीमा, स्थापना, लाभ, कमीशनिंग, प्रशिक्षण और बिक्री बाद सेवा जैसे घटक हटाने की मांग की है। स्थानीय उत्पाद की गणना में ऐसी सेवाओं को शामिल करने से देसी विनिर्माण […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

PM मोदी को यदि तीसरा कार्यकाल मिला तो PLI योजना का बेहतर ढंग से होगा क्रियान्वयन

निवेशकों काे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को यदि तीसरा कार्यकाल मिलता है तो उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI Scheme) योजना का बेहतर ढंग से क्रियान्वयन हो सकता है। पेरिस स्थित बैंक सोसियाते जेनेराली ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में कहा कि पीएलआई बेहतर ढंग से लागू होने पर भारत निर्यात का […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

चुनावों से प्रभावित हो सकते हैं पूंजीगत व्यय और FDI: बैंक ऑफ बड़ौदा का अध्ययन

बैंक ऑफ बड़ौदा के एक अध्ययन से पता चलता है कि सरकार का पूंजीगत व्यय और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) जैसे आर्थिक कारक चुनावी सीजन से प्रभावित हो सकते हैं। पिछले आंकड़ों के विश्लेषण से इसका संकेत मिलता है। मगर अध्ययन में यह भी कहा गया है कि अधिकतर आर्थिक कारकों के लिए खास रुझान […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

Inflation Rate: खुदरा महंगाई 10 माह के निचले स्तर पर

मार्च में भारत की खुदरा महंगाई दर घटकर 10 महीने के निचले स्तर पर आ गई है, लेकिन अभी भी यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 4 प्रतिशत के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है। वहीं फरवरी में औद्योगिक उत्पादन बढ़कर 4 माह के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। इससे केंद्रीय बैंक को मूल्य […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

ADB ने भारत के GDP वृद्धि दर अनुमान में किया इजाफा, कहा- सार्वजनिक और निजी निवेश के बेहतर आउटलुक

ए​शियाई विकास बैंक (एडीबी) ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के वृद्धि दर अनुमान आज बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया। एडीबी ने पहले 6.7 फीसदी वृद्धि का अनुमान लगाया था। एडीबी ने कहा कि सार्वजनिक और निजी निवेश के बेहतर परिदृश्य और सेवा क्षेत्र की मजबूत वृद्धि को देखते […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

WTO ने वस्तु व्यापार का वृद्धि अनुमान घटाया, कहा- वैश्विक अर्थव्यवस्था में जुड़ी है बहुत ज्यादा अनिश्चितता

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने बुधवार को 2024 के लिए वस्तु व्यापार में वृद्धि का अनुमान घटाकर 2.6 प्रतिशत कर दिया है, जबकि अक्टूबर में 3.3 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था। बहरहाल बहुपक्षीय व्यापार निकाय ने अपने ताजा अनुमान ‘ग्लोबल ट्रेड आउटलुक ऐंड स्टैटिस्टिक्स’ में कहा है कि 2023 में 1.2 प्रतिशत संकुचन के […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

दंगों में झुलसी मणिपुर की अर्थव्यवस्था, FY24 में GST कलेक्शन 24 फीसदी गिरकर 1,095 करोड़ रुपये रहा

मणिपुर में कई महीने तक चले जातीय संघर्ष का राज्य की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा है। वित्त वर्ष 2024 में राज्य का वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 24 फीसदी तक घट कर 1,095 करोड़ रुपये पर आ गया है। यह गिरावट ऐसे समय दर्ज की गई जब पूरे देश के जीएसटी संग्रह […]