पेटीएम (Paytm) का परिचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) ऐसे उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए यूपीआई लाइट वॉलेट पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो कम पैसे का लेनदेन ज्यादा करते हैं।
आरबीआई द्वारा सहायक इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर शिकंजा कसे जाने के कुछ महीने बाद कंपनी ने यूपीआई लाइट फीचर पर ध्यान केंद्रित किया है। बैंकिंग नियामक ने पेमेंट बैंक को इस साल 15 मार्च के बाद अपने मोबाइल वॉलेट में नई पूंजी स्वीकार करने से प्रतिबंधित कर दिया था।
मौजूदा समय में, अपने पेटीएम वॉलेट में पैसा रखने वाले ग्राहक इसे अन्य वॉलेट या बैंक खाते में स्थानांतरित कर सकते हैं। आरबीआई के निर्देशों के मुताबिक, एक बार पुराना बैलेंस खत्म हो जाने पर वे पेटीएम वॉलेट में पैसे नहीं डाल पाएंगे। यूपीआई लाइट वॉलेट पेटीएम के घरेलू वॉलेट परिचालन से अलग है।
नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की वेबसाइट के अनुसार यूपीआई लाइट ऐसे कम वैल्यू वाले ट्रांजेक्शन का प्रबंधन करता है जो 500 रुपये से नीचे हों।
यह फीचर ग्राहकों को छोटे आकार के लेनदेन करने में उपयोगी है, जिनमें किराना, यात्रा का किराया जैसे भुगतान मुख्य रूप से शामिल हैं। यूपीआई लाइट फीचर इस्तेमाल करने वाले ग्राहक एक दिन में दो बार अपने वॉलेट में 2,000 रुपये तक जोड़ सकते हैं और कुल दैनिक क्षमता 4,000 रूपये रख सकते हैं। वे कोई पिन डाले बगैर इस वॉलेट बैलेंस का इस्तेमाल कर अन्य लेनदेन कर सकते हैं।
यूपीअई लाइट वॉलेट पेटीएम जैसी फिनटेक का आधार है। इसी तरह उपयोगकर्ताओं के लिए यूपीआई लाइट सॉल्युशन पेशकश करने वाली अन्य फिनटेक कंपनियों में फोनपे, गूगल पे, नवी, ग्रो मुख्य रूप से शामिल हैं। इसे सितंबर 2022 में शुरू किया गया था।
सभी बैंक ग्राहकों के लिए यूपीआई लाइट फीचर का समर्थन नहीं करते हैं। उदाहरण के लिए, पेटीएम पर, यूपीआई लाइट सिर्फ केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, इंडियन बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, पंजाब नैशनल बैंक, एसबीआई और ऐक्सिस बैंक जैसे बैंकों द्वारा ही समर्थित है। एनपीसीआई की वेबसाइट से पता चला है कि 34 बैंक यूपीआई लाइट फीचर से जुड़े हुए हैं।
पेटीएम के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम इस वॉलेट को एक जरूरी पेमेंट टूल के तौर पर देख रहे हैं जो उपयोगकर्ताओं को अपना पैसा दैनिक इस्तेमाल के लिए रखने औरे यात्रा पर जाते वक्त त्वरित भुगतान में सक्षम बनाता है।’