मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) के चेयरमैन आरसी भार्गव ने शुक्रवार को कहा कि भारत के कार बाजार में अगले वित्त वर्ष शून्य वृद्धि के आसार हैं। छोटी कारों की बिक्री कम होने के कारण ऐसी आशंका जताई जा रही है।
उन्होंने एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मुझे पूरा यकीन नहीं है कि मैं उद्योग के पूर्वानुमान से सहमत हूं कि अगले साल (वित्त वर्ष 2024-25) भारत के कार बाजार में शून्य वृद्धि होगी। यह एक ऐसा आंकड़ा है जिसे मैंने देखा और सुना है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मैं इस आंकड़े से पूरी तरह सहमत हूं।’
वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में छोटे और कॉम्पैक्ट कारों वाले भारतीय कार बाजार में पिछले साल के मुकाबले 7.9 फीसदी कि गिरावट दर्ज की गई है। इस बीच इसी अवधि के दौरान यूटिलिटी वाहनों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले 20.7 फीसदी बढ़ी है।
वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में भारतीय कार विनिर्माताओं की कुल बिक्री 6.8 फीसदी बढ़ी है। मारुति सुजूकी को पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए कार बाजार की बिक्री में करीब 5.5 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है।
भार्गव ने कहा, ‘मेरा मानना है कि भारतीय कार बाजार में वृद्धि बरकार रहने के कारण छोटी कारों की बिक्री होना बहुत जरूरी है। स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) या सिडैन के भावी ग्राहक वहीं होंगे जो छोटी कारों को छोड़ेंगे। हमारे पास 15 से 20 लाख रुपये वाले एसयूवी में नए (पहली बार वाले) ग्राहक नहीं होंगे।’
वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में मारुति सुजूकी की कुल बिक्री पिछले साल की तुलना में 6.3 फीसदी बढ़ी है जबकि इसी अवधि के दौरान इसकी छोटी और कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री में क्रमशः 40.1 फीसदी और 3.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
भार्गव से जब पूछा गया कि क्या अगले साल से छोटी कारों की बिक्री में सुधार की उम्मीद है तो उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता है कि छोटी कार के बाजार में सुधार इतनी जल्दी होगा। मुझे लगता है कि इसमें कुछ और समय लगेगा क्योंकि नियामकीय परिवर्तनों के कारण इन कारों के सामर्थ्य में भारी बदलाव आया है।’