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रिलायंस कैपिटल का अधिग्रहण, ऋणदाताओं को हिंदुजा ग्रुप से उम्मीद

हिंदुजा ग्रुप ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण की अपनी भावी योजनाओं के बारे में टिप्पणी के लिए भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया।

Published by
देव चटर्जी   
Last Updated- November 05, 2023 | 10:35 PM IST

भारतीय ऋणदाताओं को उम्मीद है कि हिंदुजा समूह चालू तिमाही समाप्त होने से पहले दिवालिया रिलायंस कैपिटल (Rcap) का अधिग्रहण करने के लिए रकम का इंतजाम कर लेगा। बीमा क्षेत्र में ज्यूरिख इंश्योरेंस के हालिया अधिग्रहण सौदे की वजह से इसके मूल्यांकन में खासा इजाफा हुआ है।

भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस और रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के शेयरों को गिरवी रखने की अनुमति नहीं दी है। इसके बाद से यह बहुराष्ट्रीय समूह आंतरिक स्रोतों और निजी ऋणदाताओं से धन जुटाने की योजना बना रहा है।

एक बैंकर ने कहा कि समूह अपनी अन्य कंपनियों के शेयर गिरवी रखकर पैसा जुटाने पर विचार कर सकता है। बैंक समेत ऋणदाता, जिनके रिलायंस कैपिटल में 25,000 करोड़ रुपये फंसे हुए हैं, ने ऋण चुकाने में नाकाम रहने के बाद नवंबर 2021 में कंपनी को राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट (एनसीएलटी) में भेजा था।

हिंदुजा ग्रुप ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण की अपनी भावी योजनाओं के बारे में टिप्पणी के लिए भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया।

बैंकरों ने कहा कि कोटक-ज्यूरिख इंश्योरेंस का हालिया सौदा हिंदुजा समूह के लिए बड़े समर्थन के रूप में सामने है क्योंकि रिलायंस कैपिटल की बीमा कंपनियों का मूल्यांकन ज्यूरिख इंश्योरेंस के सौदे से काफी कम है।

घोषणा के अनुसार ज्यूरिख इंश्योरेंस कोटक जनरल इंश्योरेंस में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 4,051 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इसकी कीमत करीब 7,943 करोड़ रुपये आंकी गई है।

31 मार्च, 2023 तक कोटक जनरल इंश्योरेंस का ग्रोस रिटन प्रीमियम (जीडब्ल्यूपी) 1,148 करोड़ रुपये और नेटवर्थ 341 करोड़ रुपये थी। दूसरी तरफ रिलायंस कैपिटल की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी रिलायंस जनरल इंश्योरेंस का 31 मार्च, 2023 तक जीडब्ल्यूपी 10,339 करोड़ रुपये और नेटवर्थ 2,575 करोड़ रुपये थी।

बैंकरों ने समान मूल्यांकन के फॉमूले को ध्यान में रखकर कहा कि आरजीआईसी का वर्तमान मूल्यांकन 53,000 करोड़ रुपये से लेकर 72,000 करोड़ रुपये के दायरे में है।

लेकिन हिंदुजा ग्रुप की कंपनी इंडसइंड इंटरनैशनल होल्डिंग्स (आईआईएचएल) रिलायंस कैपिटल का अधिग्रहण करने के लिए 9,600 करोड़ रुपये का भुगतान कर रही है। दो बीमा उद्यम यानी रिलायंस जनरल इंश्योरेंस और रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस की रिलायंस कैपिटल के कुल मूल्यांकन में लगभग 99 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

आईआईएचएल के इस पूरे सौदे को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का इंतजार है। पहली नीलामी के विजेता टॉरंट समूह ने शीर्ष अदालत का रुख किया है। इसने ऋणदाताओं द्वारा आयोजित दूसरी नीलामी पर आपत्ति जताई थी। आईआईएचएल दूसरे दौर में कंपनी की इकलौती बोलीदाता के रूप में उभरी थी।

 

First Published : November 5, 2023 | 10:01 PM IST