देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी शशिधर जगदीशन (HDFC Bank CEO) ने कहा है कि हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनैंस कॉर्प (HDFC) के साथ विलय के बाद बैलेंसशीट के आकार में वृद्धि से एचडीएफसी बैंक को बुनियादी ढांचा क्षेत्र की परियोजनाओं में बड़ा निवेश करने में मदद मिलेगी।
एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का विलय (HDFC Merger) 1 जुलाई से लागू हो गया है। विलय वाली इस कंपनी की 30 जून को संयुक्त लोन बुक 22.45 लाख करोड़ रुपये और जमा राशि 20.63 लाख करोड़ रुपये थी।
हर चार साल में कारोबार दोगुना करने का लक्ष्य
जगदीशन ने वर्ष 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों को अपने संबोधन में कहा कि विलय के बाद बड़ी बैलेंस शीट एचडीएफसी बैंक को बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में बड़ा निवेश करने में सक्षम करेगी। इसका मतलब यह है कि हम भारत की विकास गाथा में अधिक सार्थक रूप से भाग ले सकते हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हर चार साल में कारोबार दोगुना करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इन सबके मद्देनजर, जिस रफ्तार से हम वृद्धि करना चाहते हैं, उससे हम हर चार साल में एक नया एचडीएफसी बैंक बना सकते हैं।
इस विलय के अवसर के संबंध में टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे केवल दो प्रतिशत ग्राहक बैंक के जरिये अपना आवास ऋण लेते हैं, जबकि पांच प्रतिशत अन्य संस्थानों के जरिये ऐसा करते हैं। यह अपने आप में एक बहुत बड़ा अवसर है।
भारत की वृद्धि के लिए बुनियादी ढांचे में निवेश महत्वपूर्ण: जगदीशन
उन्होंने कहा कि चूंकि भारत विकास कर रहा है, इसलिए देश भर में घर खरीदने में तेजी ही आएगी और यह अगले दशक में भारत की जीडीपी के प्रमुख चालक के रूप में उभरेगा, खास तौर पर किफायती आवास। उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि के लिए बुनियादी ढांचे में निवेश महत्वपूर्ण है।
जगदीशन ने कहा कि एचडीएफसी बैंक चालू वित्त वर्ष में भी 1,000 से अधिक शाखाएं जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर बैंक वर्ष के दौरान 1,500 से लेकर 2,000 तक अतिरिक्त शाखाएं जोड़ने की योजना बना रहा है।
बैंक की योजना वित्त वर्ष 24 में 675 ग्रामीण और अर्ध-शहरी शाखाएं (एसयूआरयू) खोलने की है, जिससे उन स्थानों में शाखाओं की कुल संख्या बढ़कर 5,000 हो जाएगी। 31 मार्च, 2023 तक एचडीएफसी बैंक की 7,821 शाखाएं और 8.23 करोड़ ग्राहक थे।