कच्चे तेल कीमतें बुधवार को 10 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गईं। कीमतों में इन आशंकाओं के बीच तेजी बरकरार है कि कच्चे तेल की आपूर्ति वर्ष के शेष समय में भी कमजोर बनी रहेगी।
इंटरनैशनल एनर्जी एजेंसी (आईईए) ने बुधवार को कहा कि सऊदी अरब और रूस द्वारा तेल उत्पादन में इस साल के अंत 13 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती से चौथी तिमाही तक बाजार घाटे को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
बैंक ऑफ अमेरिका के विश्लेषकों ने बुधवार को कहा कि लगातार आपूर्ति कटौती से ब्रेंट वायदा वर्ष के अंत से पहले 100 डॉलर प्रति बैरल के आंकड़े के पार पहुंच सकता है।
बेंचमार्क ब्रेंट वायदा 57 सेंट या 0.62 प्रतिशत चढ़कर 92.63 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जबकि अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 57 सेंट या 0.64 प्रतिशत तेजी के साथ 89.41 डॉलर पर था।
गुरुवार को फ्रंट-मंथ्र ब्रेंट वायदा अनुबंध 4.68 डॉलर प्रति बैरल की ऊंचाई पर कारोबार कर रहा था, जो 6 महीने की डिलिवरी से ऊपर था। यूरोपीय और अमेरिकी अर्थव्यवस्थाओं से जुड़ी चिंताएं बरकरार हैं, निवेशक आगामी ब्याज दर परिवेश को समझने के लिए अमेरिकी उपभोक्ता कीमत सूचकांक के आंकड़े का इंतजार कर रहे हैं। विश्लेषकों ने अनुमान जताया कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक गुरुवार को होने वाली बैठक में ब्याज दरें बढ़ाएगा।
इस बीच, चौथी तिमाही का मांग वृद्धि का अनुमान 600,000 अरब प्रतिदिन तक संशोधित किया गया था, जिसे इन्वेस्टेक के विश्लेषक कैलम मैकफर्सन ने प्रमुख समायोजन बताया था।
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक ने मंगलवार को 2023 और 2024 में वैश्विक तेल मांग में शानदार वृद्धि के अपने अनुमानों को बरकरार रखा। लीबिया में आए तूफान की वजह से बंद हुए चार तेल बंदरगाहों को बुधवार को खोल दिया गया।