नकदी संकट का सामना कर रही शिक्षा प्रौद्योगिकी फर्म बैजूस (Byju’s) इस सप्ताह अपने कर्मचारियों को अप्रैल महीने का वेतन दे सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
यह जानकारी ऐसे वक्त में आई है जब कंपनी अपने कर्मचारियों के वेतन में देरी करने लगी है। एक सूत्र ने कहा, ‘वेतन में देरी हुई है और उम्मीद है कि इस सप्ताह इसका भुगतान किया जाएगा।’
पिछले महीने बैजूस के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी बैजू रवींद्रन ने वित्तीय संकटों का सामना करते हुए कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन देने के लिए 30 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत ऋण लिया था।
कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को आंशिक जबकि शिक्षकों एवं निचले दर्जे के कर्मचारियों को मार्च महीने का पूरा वेतन दिया गया था। उससे पहले कंपनी ने फरवरी महीने के भी आंशिक वेतन का ही भुगतान किया था और मार्च के वेतन भुगतान में भी देरी की थी। अब फरवरी और मार्च दोनों महीनों के वेतन आंशिक रूप से ही दिए गए हैं।
कर्मचारियों को वेतन भुगतान में देरी हाल ही में राइट्स निर्गम के जरिये जुटाई गई रकम के कारण हुई है, जिसे निवेशकों के साथ चल रहे विवाद के कारण अलग खाते में रख दिया गया है। बैजूस में करीब 15 हजार कर्मचारी हैं और कंपनी का कुल वेतन मद में करीब 40 से 50 करोड़ रुपये का खर्च है।
गंभीर नकदी संकट का सामना कर रही कंपनी ने सेल्स विभाग के कर्मचारियों का वेतन उनके जरिये आई हर हफ्ते की कमाई से जोड़ने की एक नई नीति भी बनाई है।
कंपनी के एक आंतरिक दस्तावेज की एक प्रति के मुताबिक, बैजूस अब हर सात दिन के बाद सेल्स विभाग के प्रत्येक कर्मचारी द्वारा लाए गए साप्ताहिक राजस्व (कमाई) का एक प्रतिशत सीधे उन्हें भुगतान करेगी। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने भी इस पत्र को देखा है।