फेसबुक ने 2014 में व्हाट्सएप को खरीद लिया। (प्रतीकात्मक फोटो)
व्हाट्सएप (WhatsApp) पर कुछ हिस्सों में यूजर्स को अब विज्ञापन दिखायी देंगे। व्हाट्सएप के मालिकाना हक वाली कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स (Meta Platforms) इस मैसेजिंग सर्विस के करोड़ों यूजर्स का इस्तेमाल करके कमाई का एक नया सोर्स बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। ये विज्ञापन एप के ‘अपडेट टैब’ में ही दिखायी देंगे, जिसे हर दिन 1.5 अरब लोग इस्तेमाल करते हैं। विज्ञापन पर्सनल चैट में दिखायी नहीं देंगे।
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाट्सएप ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘‘व्हाट्सएप पर पर्सनल मेसेज भेजने के अनुभव में बदलाव नहीं हो रहा है और पर्सनल मैसेज, कॉल और स्टेटस पहले की तरह ही रहेंगे और विज्ञापन दिखाने के लिए इनका इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।’’ कंपनी के लिए यह एक बड़ा बदलाव है।
व्हाट्सएप के फाउंडर जैन कूम और ब्रायन एक्टन ने 2009 में इसे बनाने के वक्त इस मंच को विज्ञापनों से मुक्त रखने का संकल्प जताया था। फेसबुक ने 2014 में व्हाट्सएप को खरीद लिया और कुछ साल बाद कूम और एक्टन ने कंपनी छोड़ दी।
व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स लंबे समय से इससे रेवेन्यू जेनरेट करने का प्रयास कर रही है। व्हाट्सएप ने कहा कि विज्ञापन उपयोगकर्ताओं को उनकी आयु, वे जिस देश या शहर में रह रहे हैं, वे जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, एप पर जिन चैनल को देख रहे हैं, उसके आधार पर दिखाए जाएंगे। उसने कहा कि वह यूजर्स के पर्सनल मैसेज, कॉल और ग्रुप में विज्ञापन नहीं दिखाएगा।
यूजर्स के आधार पर पैसे कमाने की कोशिश कर रहे व्हाट्सएप ने सोमवार को जिन तीन विज्ञापन सुविधाओं को शुरू किया है यह उनमें से एक है। अब चैनल खास जानकारी देने के लिए यूजर्स से मंथली सब्सक्रिप्शन शुल्क ले सकते हैं। साथ ही कारोबारी नए यूजर्स के बीच अपने चैनल का प्रचार भी कर पाएंगे। मेटा के रेवेन्यू का ज्यादातर हिस्सा विज्ञापनों से आता है। 2025 में कैलिफोर्निया से संचालित कंपनी का कुल राजस्व 164.5 अरब डॉलर है और इसमें से 160.6 अरब डॉलर राजस्व विज्ञापनों से मिला है।