पुराने वाहनों की खरीद-बिक्री कराने वाले ऑनलाइन एग्रीगेटर ग्राहकों की दमदार मांग के साथ कारोबार में उल्लेखनीय तेजी दर्ज कर रहे हैं। मांग में जरबरदस्त वृद्धि होने से पुरानी कार बाजार में मांग और आपूर्ति संतुलन बिगड़ गया है। पुरानी कार बाजार एक ऐसी श्रेणी है जिसे व्यक्तिगत मोबिलिटी के रुझान में बदलाव आने से सबसे अधिक फायदा हुआ है।
कोविड वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुई आर्थिक अनिश्चितताओं ने खरीदारों को नई के बजाय पुरानी कार खरीदने के लिए प्रेरित किया है। मौजूदा कार मालिकों के बीच भी नई कार खरीदने की योजना को फिलहाल टालने और पुरानी कार को बरकरार रखने की प्रवृत्ति दिख रही है। वेतन में कटौती और छंटनी के बीच कुछ ऐसे लोग भी हैं जो संकट में अपनी कार को बेचने का सहारा ले रहे हैं। इससे कुछ हद तक बाजार में आपूर्ति बाधित हो रही है।
कार्स24 के सह-संस्थापक एवं सीएमओ गजेंद्र जांगिड़ ने कहा कि पुरानी कारों के ऑनलाइन एग्रीगेटर ने उन लोगों की संख्या देखी है जो अपनी कार बेचना चाहते हैं। उनकी संख्या वैश्विक महामारी से पहले के मुकाबले बढ़कर दोगुना हो चुकी है। इससे कुछ हद तक आपूर्ति में बाधा पैदा हो गई है लेकिन अभी भी मांग आपूर्ति के मुकाबले काफी अधिक है। उन्होंने कहा कि तेज मांग के कारण सितंबर में कीमतों में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
कार्स24 ने सितंबर की बिक्री में कोविड पूर्व स्तर के मुकाबले 10 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। जांगिड़ ने कहा, ‘हमारी वेबसाइट पर कुल ट्रैफिक/ हिट की संख्या चार गुना बढ़कर 1.2 करोड़ हो गई है।’ उन्होंने कहा कि लोग सार्वजनिक परिवहन से परहेज कर रहे हैं और सुरक्षा एवं स्वच्छता कारणों से खुद की कार खरीदने की संभावनाएं तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में पुरानी कार लोगों को एक अच्छा विकल्प प्रदान करती है। उन्होंने कहा, ‘इन दिनों एक बुनियादी बदलाव दिख रहा है और कार को अब शानोशौकत के बजाय एक जरूरत के रूप में देखा जा रहा है।’ ओएलएक्स ऑटोज इंडिया के प्रमुख अमित कुमार ने कहा कि ऑनलाइन क्लासिफाइड पोर्टल ने कोविड वूर्व चरण के मुकाबले मांग में 133 फीसदी की दमदार वृद्धि दर्ज की है। आपूर्ति में भी सुधार हुआ है और उसमें कोविड से पहले के स्तर के मुकाबले 112 फीसदी की वृद्धि हुई है। कुमार ने कहा, ‘आपूर्ति बढऩे से पता चलता है कि लोग अपनी कार बेचना चाहते हैं। ऐसा वे नई कार खरीदने अथवा वित्तीय संकट के कारण कर रहे हैं।’
पुरानी कारों का ऑनलाइन पोर्टल स्पिनी के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) नीरज सिंह ने कहा, ‘इस प्लेटफॉर्म ने मई से मांग में 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।’ उन्होंने कहा कि इनमें 3 लाख रुपये से 5 लाख रुपये के कीमत दायरे वाली कारों की मांग सबसे अधिक रही है। पिछले नौ महीनों के दौरान उनकी कंपनी ने 4 गुना वृद्धि दर्ज की है। ओएलएक्स के एक हालिया सर्वेक्षण से पता चलता है कि पहले तीन से छह महीनों के दौरान कार खरीदने की संभावनाएं तलाशने वाले करीब 60 फीसदी खरीदारों ने पुरानी कारों में दिलचस्पी दिखाई है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि प्रत्येक 10 में से 7 लेनदेन कॉम्पैक्ट कार श्रेणी में हो रहे हैं क्योंकि खरीदार अब मूल्य के प्रति काफी सतर्क दिख रहे हैं।
