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Tata Motors demerge: दो अलग-अलग कंपनियों में बंटेगा कारोबार, टाटा मोटर्स ने बनाया डीमर्जर का प्लान

Tata Motors demerge: टाटा मोटर्स ने यात्री और इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में विलय करने की योजना बनाई है।

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अंशु   
Last Updated- March 04, 2024 | 5:42 PM IST

Tata Motors demerge: टाटा ग्रुप (Tata Group) की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। कंपनी के बोर्ड ने सोमवार यानी 4 मार्च को टाटा मोटर्स के कारोबार को दो अलग-अलग हिस्सों में बांटने की मंजूरी दे दी है। कंपनी डीमर्जर के माध्यम से आने वाले समय में कमर्शियल व्हीकल बिजनेस और पैसेंजर व्हीकल बिजनेस को अलग करेगी। कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी।

दोनों कंपनियां शेयर बाजार में होगी लिस्ट

शेयर बाजारों को दी जानकारी में टाटा मोटर्स ने कहा कि उसने पैसेंजर और इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में विलय करने की योजना बनाई है।

कमर्शियल व्हीकल बिजनेस और उससे संबंधित निवेश को एक अलग कंपनी में और पैसेंजर व्हीकल (PV) बिजनेस, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन (EVs), जगुआर लैंड रोवर (JLR) और संबंधित निवेश शामिल हैं, को दूसरी कंपनी में रखा जाएगा।

टाटा मोटर्स ने लिखी मजबूत बदलाव की कहानी- एन चंद्रशेखरन

टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, “टाटा मोटर्स ने पिछले कुछ वर्षों में मजबूत बदलाव की कहानी लिखी है। तीनों ऑटोमोटिव बिजनेस इकाइयां अब स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं और लगातार प्रदर्शन कर रही हैं। इस डीमर्जर से उन्हें अपना फोकस और चपलता बढ़ाकर बाजार द्वारा प्रदान किए गए अवसरों को बेहतर ढंग से भुनाने में मदद मिलेगी। डीमर्जर से ग्राहकों को बेहतर अनुभव, कर्मचारियों को बेहतर विकास की संभावनाएं और शेयरधारकों को बेहतर मूल्य मिलेगा।”

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शेयरहोल्डर्स को दोनों कंपनियों में मिलेंगे समान शेयर

सोमवार को एक बैठक में कंपनी बोर्ड द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव के अनुसार, डीमर्जर को NCLT व्यवस्था योजना के माध्यम से लागू किया जाएगा और टाटा मोटर्स के सभी शेयरधारकों के पास दोनों लिस्टेड कंपनियों में समान शेयरधारिता बनी रहेगी।

डीमर्जर में लगेगा 12-15 महीने का समय

एक्सचेंज फाइलिंग में चंद्रशेखरन ने कहा कि डीमर्जर की व्यवस्था की योजना को आने वाले महीनों में मंजूरी के लिए कंपनी बोर्ड के समक्ष रखा जाएगा और यह सभी आवश्यक शेयरधारक, ऋणदाता और नियामक अनुमोदन के अधीन होगा, जिसे पूरा होने में 12-15 महीने का समय लग सकता है। चन्द्रशेखरन ने कहा, “डीमर्जर का कर्मचारियों, ग्राहकों और हमारे बिजनेस पार्टनर्स पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।”

डीमर्जर से ग्रोथ को मिलेगा बढ़ावा

ऑटो प्रमुख ने कहा कि डीमर्जर 2022 की शुरुआत में किए गए पीवी और ईवी व्यवसायों के सहायकीकरण की एक तार्किक प्रगति है। कंपनी ने फाइलिंग में कहा कि यह कदम संबंधित व्यवसायों की जवाबदेही को मजबूत करते हुए अधिक चपलता के साथ उच्च विकास प्रदान करने के लिए अपनी संबंधित रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाएगा।

BSE पर टाटा मोटर्स के शेयर सोमवार को 0.12 फीसदी की गिरावट के साथ 987.20 रुपये पर बंद हुए।

First Published : March 4, 2024 | 4:58 PM IST