अधिकतर वाहन कंपनियों की घरेलू बिक्री अगस्त में काफी बढ़ सकती है लेकिन डीलरों का कहना है कि खुदरा मांग में सुधार के संकेत दिखना अभी बाकी है। डीलरों का कहना है कि बिक्री दिखने वाली उल्लेखनीय वृद्धि की मुख्य वजह घटती इन्वेंटरी को भरने करने के लिए की गई आपूर्ति रही है। जब देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा हुई थी तो अधिकतर डीलरशिप बीएस4 वाहनों को खपाने और उसकी जगह बीएस6 वाहनों को भरने में लगे हुए थे।
वाहन डीलनों का शीर्ष संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा, ‘जमीनी हकीकत उतनी अच्छी नहीं है जितनी वाहन कंपनियां दिखा रही हैं। जाहिर तौर पर स्टॉक तैयार किया जा रहा है। इसलिए कुछ कंपनियों के लिए यह स्टॉकिंग से अधिक है और इससे उनकी इन्वेंटरी बढ़ सकती है जबकि कुछ अन्य कंपनियों के लिए यह स्टॉक को सामान्य बनाना भर है।’
वाहन डीलरों के संगठन फाडा के पूर्व अध्यक्ष और जेएस फोरव्हील के प्रबंध निदेशक निकुंज सांघी ने कहा, ‘सभी डीलरों ने बीएस4 वाहनों के स्टॉक को लगभग खपा दिया था और 24 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा हुई थी। इसलिए इन्वेंटरी लगभग खाली हो गई थी जिसे अब भरा जा रहा है। इसकी झलक थोक बिक्री आंकड़ों में दिख रही है।’
वाहनों की बिक्री के लिए आंकड़ों पर फिर से बहस होने लगी है कि क्या वाहन विनिर्माताओं को थोक बिक्री आंकड़ों (डीलरों के लिए डिस्पैच) के बजाय खुदरा बिक्री आंकड़ों (अंतिम ग्राहकों को की गई बिक्री) का खुलासा करना चाहिए। वाहनों की बिक्री देश की अर्थव्यवस्था का बैरोमीटर माना जाता है। फाडा के नए अध्यक्ष गुलाटी ने कहा कि खुदरा बिक्री को अपनाने के लिए उद्योग पर दबाव बनाए रखेंगे।