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देसी यात्री वाहनों (PV) की थोक बिक्री अप्रैल में 12.9 फीसदी की उछाल के साथ 3,31,747 वाहन पर पहुंच गई, जिसकी वजह खास तौर से स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (SUV) की मजबूत मांग रही।
मारुति सुजूकी के वरिष्ठ अधिकारी (बिक्री व विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, बिक्री में 12.9 फीसदी की बढ़ोतरी वास्तव में अच्छी वृद्धि है। हालांकि खुदरा बिक्री थोड़ी सुस्त रही है।
वाहन कंपनियां फैक्टरी से डीलरों को भेजे गए वाहनों की थोक बिक्री के आंकड़े जारी करती है। श्रीवास्तव ने कहा, खुदरा बिक्री सालाना आधार पर महज 3.7 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,85,700 वाहन रही।
उन्होंने कहा, कंपनियां अपनी इन्वेंट्री तैयार करती है, उसे डीलरों के पास भेजती है और यही वजह है कि थोक बिक्री में खासी वृद्धि देखने को मिल रही है। अब रिटेलरों के पास करीब 2,51,000 वाहनों का स्टॉक है, जो 22-23 दिन का स्टॉक है और इसे सामान्य माना जाता है।
उन्होंने कहा, नए मॉडल मसलन फ्रॉंक्स को महीने के दूसरे हिस्से में उतारने से भी थोक बिक्री में ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली। हालांकि खुदरा के स्तर पर ऐसी बढ़त नहीं देखने को मिली। फ्रॉंक्स एक SUV है।
उन्होंने कहा कि SUV सेगमेंट लगातार बाजार हिस्सेदारी में इजाफा कर रहा है। वित्त वर्ष 23 में उसकी हिस्सेदारी करीब 43 फीसदी रही। हालांकि पिछले महीने उसकी हिस्सेदारी बढ़कर 47 फीसदी पर पहुंच गई।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजूकी (Maruti Suzuki) ने इस साल अप्रैल में 1,37,320 वाहन बेचे, जो 12.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाती है। श्रीवास्तव ने कहा कि कंपनी का उत्पादन (खास तौर से ब्रेजा, ग्रांड विटारा और अर्टिगा) सेमीकंडक्टर टिप की अनुपलब्धता की वजह से थोड़ा प्रभावित हुआ।
उनके मुताबिक, चिप की किल्लत का असर वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में जारी रहेगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी तिमाही से चिप की आपूर्ति धीरे-धीरे सुधरेगी। उन्होंने कहा, यह अनुमान लगाना हालांकि मुश्किल है कि कब आपूर्ति की स्थिति सामान्य होगी। साथ ही उच्च महंगाई अभी भी ग्रामीण इलाकों में मांग पर असर डाल रही है।
ह्युंडै मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) की देसी यात्री वाहन बिक्री 13 फीसदी उछलकर 49,701 वाहन हो गई। कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा, ऐसी मजबूत वृद्धि हाल में उतारी गई ऑल न्यू वेरना को मिली उम्दा प्रतिक्रिया की पृष्ठभूमि में दर्ज हुई है, जिसका वॉल्यूम पिछले संस्करण के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा हो गया। हम यह रफ्तार जल्द ही पेश होने वाली एसयूवी ह्युंडै स्टेबल और ह्युंडै एक्सटर के साथ जारी रखने की उम्मीद कर रहे हैं।
देश की तीसरी सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने अप्रैल में 47,007 वाहनों की बिक्री की, जो सालाना आधार पर 13.3 फीसदी की वृद्धि दर्शाती है।
किया इंडिया (Kia India) की थोक बिक्री अप्रैल में 23,216 वाहन पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 19.019 वाहन रही थी। कोरियाई कंपनी ने एक बयान में कहा, किया की सोनेट कुल बिक्री में सबसे ज्यादा योगदान करने वाली रही, जिसके 9,744 वाहन बिके जबकि सेल्टॉस व केरेंस का प्रदर्शन भी अच्छा रहा और इनका क्रमश: 7,213 व 6,107 वाहन रहा।
इक्रा के उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट रेटिंग) रोहन कंवर गुप्ता ने कहा, यात्री वाहनों की थोक बिक्री अप्रैल 2023 में ठीक-ठाक स्तर पर बनी रही, जिसे सभी ओईएम के मजबूत ऑर्डर बुक और स्थिर मांग से सहारा मिला क्योंकि वाहनों की कीमत में बढ़ोतरी को लेकर चिंता है।
गुप्ता ने कहा, ओईएम का उत्पादन ठीक-ठाक स्तर पर बना रहा, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जे की किल्लत की वजह से कुछ हद तक उत्पादन पर असर बना रहा।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (Toyota Kirloskar Motor) की देसी थोक बिक्री 6.1 फीसदी घटकर 14,162 वाहन रह गई। कंपनी ने बताया कि 24 से 28 अप्रैल के बीच मशीनों के रखरखाव के लिए संयंत्र बंद रहे। हालांकि कंपनी ने स्पष्ट किया कि साल 2023 के पहले चार महीने में उसकी देसी वृद्धि की रफ्तार 26 फीसदी रही।