छुरी-कांटों और बर्तनों को सैनिटाइज करने के लिए अल्ट्रा वॉयलेट कक्ष, मेन्यू कार्ड में इम्युनिटी (शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने वाले) पेय और भोजन तथा मेहमानों द्वारा कमरे खाली करने के बाद 48 घंटे तक की गहन साफ-सफाई सोमवार से लक्जरी होटलों में नया सामान्य चलन होगी। इसके अलावा बार में ड्रिंक करने, तैराने, बफे लंच और यहां तक कि ट्रेडमिल पर व्यायाम करने के बारे में तो भूल ही जाइए क्योंकि होटल शृंखलाएं संपर्क रहित पांच सितारा अनुभव के बीच काम शुरू करने की तैयारी कर रही हैं।
चूंकि बेंगलूरु, कोलकाता और हैदराबाद जैसे शहरों में लॉकडाउन के बाद आईटीसी, ताज और ओबेरॉय जैसे कई प्रमुख होटल फिर से खुल रहे हैं, इसलिए मेहमानों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कई बदलाव किए गए हैं जिनमें स्पा, बार, जिम और स्विमिंग पूल अस्थायी रूप से बंद करना शामिल हैं। बेंगलूरु में 20 मंजिला आईटीसी गार्डेनिया अब अनिवार्य तापमान जांच के साथ-साथ आपका स्वागत किसी पेय से करने के बजाय आपके वाहन और सामान पर सैनिटाइजर की बौछार करते हुए करेगा। हालांकि वैलेट पार्किंग को दूर कर दिया गया है, लेकिन सामान्य प्रवेश द्वारों को संपर्क रहित सेंसर-आधारित दरवाजों से तब्दील कर दिया गया है। आईटीसी गार्डेनिया के महाप्रबंधक अमान किदवई कहते हैं कि प्रबंधक, शेफ, इंजीनियर और हाउसकीपिंग कर्मियों समेत हमारे 170 कर्मचारी मेहमानों की सेवा करने के लिए होटलपरिसर में रहेंगे।
जब आप हल्की हरी आंतरिक सजावट वाले होटल में आते हैं, तो छह फुट की सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए पैरों की आकृति वाले नीले निशान फर्श पर देखे जा सकते हैं। स्वागत सहयोगियों और मेहमानों के बीच शीशे के पर्दे लगाए गए हैं। आगमन प्रक्रिया पूरी करने के बाद, जो कि पूर्ण रूप से डिजिटल होगी, स्वागत सहयोगी कमरे की चाबियों के साथ-साथ सैनिटाइटर की एक बोतल और मास्क वाली किट मेहमानों को सौंपेंगे। ताज, विवांता, सेलेक्सियों और जिंजर ब्रांड के तहत 200 से अधिक होटल संचालित करने वाली इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) भी न्यूनतम संपर्क करने के लिए आगमन और प्रस्थान प्रक्रिया की औपचारिकताएं डिजिटल रूप से करेगी। इन होटलों के सामान्य और अधिक-स्पर्श वाले क्षेत्र – जैसे लॉबी और एलिवेटर की नियमित तौर पर औद्योगिक स्तर वाले कीटाणुनाशकों से ज्यादा साफ- सफाई की जाएगी। जहां एक ओर सभी सहयोगी हर समय पीपीई पोशाक में रहेंगे, वहीं दूसरी ओर अगर मेहमान अपने कमरे से बाहर निकलते हैं, तो उन्हें मास्क पहनना होगा। ओबेरॉय और ट्राइडेंट ब्रांड के तहत 33 होटलों का संचालन करने वाली ओबेरॉय होटल्स ऐंड रिसॉर्ट्स ब्यूरो वेरिटास के साथ मिलकर काम कर रही है जो एक वैश्विक प्रयोगशाला परीक्षण और निरीक्षण करने वाली कंपनी है। लेमन ट्री होटलों ने सैनिटेशन के लिए जॉनसन डाइवर्सी के साथ करार किया है।
हालांकि कमरों के अंदर सुविधाओं को बनाए रखा गया है, लेकिन पांच सितारा होटलों में मेनू और सेवा निर्देशिका को क्यूआर-कोड आधारित मेन्यू से तब्दील कर दिया गया है। किसी मेहमान को मोबाइल फोन के कैमरे का इस्तेमाल करते हुए इस क्यूआर-कोड को स्कैन करना होगा और ऐसा करते ही उसके सामने कमरे की सेवाओं के सभी विकल्प आ जाएंगे। आईटीसी के होटल कक्ष सेवा के लिए नॉक एन ड्रॉप फीचर लेकर आए हैं। जो मेहमान इस विकल्प को चुनते हैं, उन्हें अपने कक्ष के बाहर डिस्पोजेबल भूरे डिब्बों में अपना भोजन मिलेगा ताकि वे खानसामों के साथ किसी भी संपर्क से बच सकें। पारंपरिक छुरी-कांटे, कांच के बर्तन और कपड़ों को धोने तथा अल्ट्रा-वॉयलेट आधारित उपकरणों से सैनिटाइज करने के बाद पैक किया जाएगा। किदवई ने कहा कि हम भी छुरी-कांटों व कपड़ों को सैनिटाइज और पैक करने के लिए एक अल्ट्रा वॉयलेट कमरे की स्थापना कर रहे हैं।
आईटीसी के होटलों में किसी मेहमान के जाने के बाद वह कमरा अगले मेहमान को सौंपने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा और 24 घंटे के लिए उसका इस्तेमाल नहीं होगा। ओबेरॉय होटलों में 48 घंटे के लिए कमरे खाली रखे जाएंगे और फिर उन्हें आवंटित किया जाएगा। सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए रेस्तरां में बैठने की व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है। ओबेरॉय होटलों के शेफ ने शारीरिक प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने वाले स्वास्थ्यकारी व्यंजन और पेय मेनू में शामिल किए हैं। आईएचसीएल के होटलों और रेस्तरां के मेन्यू का मुख्य रूप से डिजिटल या एक बारगी उपयोग होगा। इनमें स्वास्थ्यवर्धक और प्रतिरक्षा का स्तर बढ़ाने वाले भोजन पर जोर दिया जाएगा।
आईटीसी गार्डेनिया ने अपने रेस्तरां में बैठने की क्षमता में 60 प्रतिशत तक की कमी की है तथा अतिरिक्त सावधानी चाहने वाले ग्राहकों के लिए पहियों पर शीशे का विभाजक पेश किया गया है। बेंगलूरु में लागू कफ्र्यू के समय को ध्यान में रखते हुए इसके कब्बन पैविलियन में सेवाएं सुबह 7 से रात 9 बजे तक ही प्राप्त की जा सकती हैं, जबकि पहले ये सेवाएं हर समय उपलब्ध होती थीं।
अगर किसी मेहमान में कोविड-19 के लक्षण दिखाने शुरू हो जाते हैं, तो ओबेरॉय होटलों में डॉक्टरों को तैयार रखा जा रहा है। आईटीसी के होटलों में ऐसे मेहमानों को निकटतम अस्पताल में भेजा जाएगा और उस मेहमान के कमरे के सारे कूड़े-कचरे का निपटारा किसी बायोहजार्ड वेंडर द्वारा किया जाएगा।
हैदराबाद में ताज फलकनुमा और काकतीय सहित कुछ होटल लॉकडाउन अवधि के दौरान भी फंसे हुए मेहमानों की सेवा के लिए संचालित थे। शहर में लक्जरी श्रेणी के होटलों में लगभग 14,000 कमरे हैं।
तेलंगाना राज्य के होटल और रेस्तरां संघ के अध्यक्ष अशोक हेमराजानी ने कहा कि होटलों ने कर्मचारियों और मेहमानों के बीच तकरीबन 50 प्रतिशत संपर्क कम करने के लिए भी कदम उठाए हैं ताकि होटलों के अंदर संक्रमण की आशंका कम होकर लगभग शून्य स्तर तक आ जाए। खबरों के मुताबिक इस विश्वव्यापी महामारी की वजह से इस साल होटल उद्योग को 90,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है।
उद्योग के सूत्रों का कहना है कि कड़े शिष्टाचार के बावजूद जहां होटलों में खान-पान की सेवाओं में कमी आ सकती है, वहीं दूसरी ओर कमरा लेने में भी कमी दिखाई देगी क्योंकि कंपनियां कम से कम सितंबर से पहले कार्यक्रमों और यात्राओं के बारे में बात नहीं कर रही हैं।