प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2–9 जुलाई 2025 को अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के पाँच देशों—घाना, त्रिनिदाद व टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया—का आठ दिवसीय दौरा सफलतापूर्वक पूरा किया। इस दौरे का केंद्रीय विषय था दुर्लभ खनिजों (Rare Earth & Critical Minerals), जो भारत की ऊर्जा, रक्षा और तकनीकी आत्मनिर्भरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
अपने पांच देशों के आधिकारिक दौरे की शुरुआत पीएम मोदी ने अफ्रीकी देश घाना से की। ये पीएम मोदी का यह पहला द्विपक्षीय दौरा था। घाना में 30 वर्षों बाद किसी भारतीय पीएम ने आधिकारिक यात्रा की थी। पीएम मोदी और घाना के राष्ट्रपति महामा के नेतृत्व में भारत-घाना के बीच चार MoU हुए, जिनमें दुर्लभ खनिजों की खोज और ऊर्जा साझेदारी शामिल है। दुर्लभ खनिज और जरूरी खनिजों के क्षेत्र में भारत–घाना सहयोग पर ऐतिहासिक समझौता हुआ, जिससे घाना, भारत की खनिज सुरक्षा रणनीति का अहम भाग बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत–घाना व्यापार वर्ष 2024–25 में $3.3 अरब रहा और इसे अगले पांच वर्षों में दोगुना करने पर सहमति बनी।जिसमें critical minerals की आपूर्ति का बड़ा योगदान रहेगा ।
57 वर्षों बाद अर्जेंटीना का किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा यह पहला दौरा था। यहाँ चाबल का ‘Lithium Triangle’—लिथियम, कॉपर और अन्य महत्वपूर्ण खनिज—की आपूर्ति को लेकर KABIL और Coal India ने समझौते किए। भारत ने अर्जेंटीना के “लिथियम ट्रायंगल” से पाँच लिथियम ब्लॉक्स के अधिग्रहण के लिए समझौते किए । KABIL और Coal India ने अर्जेंटीना की Catamarca प्रांत में एक्सप्लोरेशन एवं उत्पादन की शुरुआत की—जिससे भारत की ऊर्जा संक्रमण और इलेक्ट्रिक वाहनों की जरूरतों के लिए भरोसेमंद लिथियम सप्लाई सुनिश्चित होगी.
17वें BRICS सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्लभ खनिजों की आपूर्ति श्रृंखला पर सक्रिय रूप से चर्चा की और चीन की स्थिति को चुनौती दी, साथ ही ब्राजील के राष्ट्रपति lula da silva के साथ रक्षा और ऊर्जा पर द्विपक्षीय वार्ता हुई।
मोदी ने BRICS सम्मेलन में चीन को यथार्थतः इशारों में चेतावनी दी कि “दुर्लभ संसाधनों को हथियार के रूप में नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए”, और ब्राजील के साथ भी दुर्लभ खनिज आपूर्ति पर सहयोग की बात की। ब्राजील ने जल्द ही अपनी नई नीति के तहत भारत के लिए खनिज एक्सप्लोरेशन और प्रसंस्करण के अवसर खोलने की बात कही ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खनिज समृद्ध दक्षिणी अफ्रीकी देश नामीबिया की राजधानी विंडहोक में बुधवार को नामीबियाई राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह के साथ वार्ता हुई। दोनों नेताओं ने विशेष रूप से दुर्लभ खनिजों की खोज, प्रसंस्करण और आपूर्ति समेत अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की। 27 वर्षों में पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री का दौरा थाI। पीएम मोदी और नामिबिया के राष्ट्रपति -नंदी-नडितवाह की वार्ता का फोकस यू.पी.आई. डिजिटल पेमेंट, स्वास्थ्य, और दुर्लभ खनिज—यूरेनियम, कॉपर, कोबाल्ट, फ्लोरेट और रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर रहा। मोदी ने संसद में भाषण भी दिया और दो नए MoU (उद्यम विकास, स्वास्थ्य) किये।
BRICS Summit में ऐसा क्या बोले पीएम मोदी कि दुनिया ने बड़े ध्यान से सुना
BRICS वित्त मंत्रियों की बैठक में निर्मला सीतारमण, Global South के वित्तीय पहलू पर अहम बातचीत