उत्तराखंड के परिवहन और समाज कल्याण मंत्री चंदन रामदास का बुधवार को बागेश्वर जिला अस्पताल में निधन हो गया। बागेश्वर के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ डीपी जोशी ने बताया कि मंत्री की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई। उन्होंने बताया कि मंत्री को सीने में जकड़न महसूस होने की शिकायत के चलते दोपहर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि हालत बिगड़ने पर उन्हें आइसीयू में ले जाया गया लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
उन्होंने बताया कि उपचार के बावजूद रामदास की स्थिति बेहतर नहीं हुई और इस कारण हवाई एंबुलेंस से किसी और अस्पताल में भी उन्हें नहीं ले जाया जा सका। बागेश्वर से 2007 से भाजपा के टिकट पर लगातार चार बार विधायक रहे रामदास (65) को पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में पहली बार मंत्री पद की जिम्मेदारी मिली थी।
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक मंत्री चंदन रामदास के निधन पर उत्तराखंड में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। इस तरह से 26 अप्रैल से लेकर 28 तक उत्तराखंड में राजकीय शोक रहेगा।
मंत्रिमंडल में मेरे वरिष्ठ सहयोगी श्री चंदन राम दास जी के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है।
ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 26, 2023
मंत्री चंदन रामदास के निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “मंत्रिमंडल में मेरे वरिष्ठ सहयोगी श्री चंदन राम दास जी के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति:”
चंदन राम दास के राजनीतिक सफर की शुरुआत साल 1997 में हुई थी। इस साल वह पहली बार बागेश्वर नगर पालिका के अध्यक्ष चुने गए थे। इसके बाद वह चार बार विधायक भी रहे। (इनपुट भाषा से)