जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार गुरुवार को पटना में रिकॉर्ड दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ 35 मंत्री भी शपथ लेंगे। वर्तमान 17वीं विधान सभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। नीतीश ने सोमवार को निवर्तमान सरकार के प्रमुख के रूप में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इससे पहले दिन में निवर्तमान राजग सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक ने कुमार को विधान सभा भंग करने की सिफारिश करने के लिए अधिकृत किया।
अपने बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए 85 सीटें जीतने वाली जदयू को मुख्यमंत्री सहित 15 मंत्री पद आवंटित किए जा सकते हैं। कुल 89 सीटें जीत कर पहली बार विधान सभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी भाजपा को दो उपमुख्यमंत्रियों सहित 16 मंत्री पद मिल सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को इस बार 19 सीटें मिली हैं। जीती गई छह सीटों पर एक मंत्री पद के फॉर्मूले के अनुसार उसे तीन मंत्री पद मिल सकते हैं। राजग के अन्य घटकों, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक-एक मंत्री पद मिलने की संभावना है। शुक्रवार को हुई मतगणना में हम (एस) और आरएलएम ने क्रमशः पांच और चार सीटें जीती हैं।
बिहार विधान सभा में 243 सीटें हैं और संविधान के प्रावधानों के तहत इसकी मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री सहित 36 सदस्य हो सकते हैं।
चुनाव लड़ने वाले निवर्तमान मंत्रिमंडल के 25 मंत्रियों में से एक को छोड़कर सभी जीते हैं। एकमात्र असफल मंत्री, सुमित कुमार सिंह रहे, जो 2020 में निर्दलीय के रूप में चुने गए थे और बाद में मंत्रिमंडल में शामिल किए गए थे। लेकिन इस चुनाव में वह जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ने के बाद अपनी सीट बरकरार रखने में विफल रहे। शपथ ग्रहण समारोह ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित होगा। इसमें तैयारियां चल रही हैं। आम लोगों के लिए इस मैदान को 20 नवंबर तक बंद कर दिया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ राजग के अन्य शीर्ष नेता भी भाग लेंगे। भाजपा और जदयू के नवनिर्वाचित विधायक मंगलवार को अपने-अपने विधायी दल के नेताओं का चुनाव करने के लिए बैठक करेंगे।
विपक्ष की बात करें तो राजद के नवनिर्वाचित विधायकों ने सोमवार को तेजस्वी यादव को विधायक दल का नेता नामित किया। राजद ने 25 पर जीत हासिल की है। वर्ष 2020 में पार्टी को 75 सीटें मिली थीं। उसे देखते हुए इस बार राजद का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है। सोमवार को आयोजित विधायकों की बैठक में पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, मीसा भारती और जगदानंद सिंह जैसे वरिष्ठ नेता बैठक में मौजूद थे।