परंपरागत ऊर्जा के वैकल्पिक तरीकों को लोकप्रिय बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सोलर वॉटर हीटिंग सिस्टम पर सब्सिडी की घोषणा की है।
इस योजना को गैर-पारंपरिक ऊर्जा विकास एजेंसी (नेडा) के जरिए आगे बढ़ाया जाएगा। नेडा राज्य सरकार की स्वामित्व वाली एजेंसी है।घरेलू इस्तेमाल में आने वाले फ्लेट प्लेट कलेक्टरों (एफपीसी) के लिए 6000 रुपये और इवेक्यूएटेड टयूब कलेक्टरों (ईटीसी) के लिए 5000 रुपये की सब्सिडी देने की घोषणा की गई है।
नेडा के प्रोजेक्ट मैनेजर अशोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया, ‘इस तरह की सब्सिडी को पहली बार शुरू किया गया है। पानी को गर्म करने के वैकल्पिक विकल्प के रूप में सरकार सोलर वॉटर हीटर को प्रमोट करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है।’ योजना के कार्यान्वयन के लिए नेडा एक नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी।
अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में कार्यक्रमों के कार्यान्वयन, अनुसंधान और विकास के जरिए आमजन में जगरूकता फैलाने और गैर-पारंपरिक उपकरणों की लोकप्रियता की जिम्मेदारी नेडा की होगी। श्रीवास्तव ने बताया, ‘चूंकि दिन प्रतिदिन बिजली की कीमत बढ़ती जा रही ही है, ऐसे में यह आर्थिक रूप से काफी फायदेमंद साबित होगा। यह विशेष योजना पहले 1000 बुकिंग के लिए खुला है।’
इस योजना के तहत अभी तक 135 आवेदन पंजीकृत किया गया है। श्रीवास्तव ने बताया, ‘यह सच है कि भविष्य में पेट्रोलियम पदार्थों की उपलब्धता कम होती चली जाएगी इसलिए लोगों को सौर ऊर्जा के उत्पादों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।’