facebookmetapixel
बिहार चुनाव पर भाकपा माले के महासचिव दीपंकर का बड़ा आरोप: राजग के तीन ‘प्रयोगों’ ने पूरी तस्वीर पलट दीदोहा में जयशंकर की कतर नेतृत्व से अहम बातचीत, ऊर्जा-व्यापार सहयोग पर बड़ा फोकसझारखंड के 25 साल: अधूरे रहे विकास के सपने, आर्थिक क्षमताएं अब भी नहीं चमकींपूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों को भाने लगी ‘काला नमक’ चावल की खेती, रिकॉर्ड 80 हजार हेक्टेयर में हुई बोआईभूख से ब्रांड तक का सफर: मुंबई का वड़ा पाव बना करोड़ों का कारोबार, देशभर में छा रहा यह देसी स्ट्रीट फूडDPDP नियमों से कंपनियों की लागत बढ़ने के आसार, डेटा मैपिंग और सहमति प्रणाली पर बड़ा खर्चजिंस कंपनियों की कमाई बढ़ने से Q2 में कॉरपोरेट मुनाफा मजबूत, पर बैंकिंग और IT में सुस्ती जारीबिहार चुनाव में NDA की प्रचंड जीत: अब वादों पर अमल की चुनौती विकसित भारत को स्वच्छ प्रणाली की आवश्यकता: विकास भ्रष्टाचार से लड़ने पर निर्भर करता हैअगर कांग्रेस भाजपा से आगे निकलना चाहती है तो उसे पहले थोड़ी विनम्रता दिखानी होगी

बच्चों व बेसहारा बुजुर्गों को पेंशन

Last Updated- December 12, 2022 | 4:41 AM IST

दिल्ली सरकार ने कोरोना से मौत होने पर परिजनों को मुआवजा के साथ पेंशन देने का निर्णय लिया है। सरकार अनाथ बच्चों और बेसहारा बुजुर्गों को 2,500 रुपये महीना पेंशन देगी। सरकार ने बिना राशन कार्ड वाले जरूरतमंद गरीबों को भी मुफ्त राशन देने का फैसला किया है। बीते 24 घंटे में संक्रमण दर और मामलों में गिरावट देखी गई। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि सरकार ने कोरोना से प्रभावित परिवारों को आर्थिक मदद देने का निर्णय लिया है। 
कोरोना के कारण जिन बच्चों ने माता-पिता को खो दिया है, उन्हें 2,500 रुपये प्रति महीना की आर्थिक मदद उनके 25 साल की उम्र तक दी जाएगी। इसके साथ ही सरकार इन बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठाएगी। 

केजरीवाल ने कहा कि कई ऐसे परिवार हैं, जिनके घर में कमाने वाले की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। ऐसे परिवारों को 50 हजार रुपये मुआवजा के साथ 2,500 रुपये महीना पेंशन भी दी जाएगी। कोरोना से मरने वाले लोगों के परिजनों को भी 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा। सरकार ने गरीबों को मुफ्त राशन देने का भी फैसला किया है।

First Published - May 19, 2021 | 1:08 AM IST

संबंधित पोस्ट