ग्रेटर नोएडा स्थित इटली की कंपनी ग्रेजियानो ट्रांसमिशियानो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधकों को अब भी लगातार धमकी मिल रही है।
यहां तक कि वहां काम करने वाले कर्मचारियों को भी छिपते-छिपाते काम पर आना पड़ रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि कंपनी की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और वहां के प्रबंधक एवं कर्मचारी जानबूझकर धमकी मिलने की बातें कर रहे हैं।
दूसरी तरफ एसोसिएशन ऑफ ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रीज (अग्नि) के मुताबिक रविवार की रात ग्रेटर नोएडा में न्यू हॉलैंड कंपनी के समीप स्थित पेट्रोल पंप पर डकैती के प्रयास के कारण औद्योगिक क्षेत्र में फिर से दहशत का माहौल पैदा हो गया है। विरोध करने पर डकैतों ने डीजल की ढुलाई करने वाले एक ड्राइवर को गोली मार दी।
अग्नि के आह्वान पर सोमवार को दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक इलाके के पेट्रोल पंप विरोध स्वरूप बंद रहे। अग्नि के पदाधिकारियों ने बताया कि ग्रेजियानो के प्रबंधकों को जेल में बंद लोगों की तरफ से लगातार धमकी मिल रही है।
पिछले महीने ग्रेजियानो कंपनी के कर्मचारियों के प्रदर्शन के दौरान सीईओ की हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में तीन दर्जन से अधिक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अब इस हत्या को भीड़ के एकाएक भड़कने का नतीजा मान रही है।
कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक ने ग्रेटर नोएडा के उद्यमियों के साथ आयोजित बैठक में इस हत्या के पीछे व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा की शंका जाहिर की थी। गौतमबुध्द नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके चतुर्वेदी ने बताया, ‘हत्या भीड़ के भड़कने के कारण हुई। जांच के दौरान व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा की पुष्टि नहीं हो पायी।’ उन्होंने यह भी कहा कि ग्रेजियानो के प्रबंधकों को अब कोई धमकी नहीं मिल रही है। धमकी की बातें मनगढ़ंत है।
इस मामले में अग्नि के अध्यक्ष आदित्य घिल्डयाल ने बताया कि ग्रेजियानो में अब भी हालत सामान्य नहीं है। वहां के कर्मचारी सहमे हुए हैं और प्रबंधकों को लगातार धमकी मिल रही है। इस बारे में ग्रेजियानो के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख एलके गुप्ता ने संपर्क करने पर उन्होंने इस सिलसिले में बाद में बात करने की बात कही, लेकिन बाद में लगातार कोशिश के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
घिल्डयाल ने बताया कि पुलिस के आला अफसरों के फरमानों के बावजूद ग्रेटर नोएडा में कानून-व्यवस्था की स्थिति नहीं सुधरी है। रविवार की रात पेट्रोल पंप की लूट के प्रयास एवं मौके पर हुई हत्या इस बात के ताजा प्रमाण है।