उत्तर प्रदेश: पूर्वांचल के पर्यटन स्थलों में बनारस टॉप पर, मिर्जापुर ने दूसरे नंबर पर बनाई जगह; क्यों बढ़ी तादाद

काशी विश्वनाथ कॉरीडोर बनने के बाद न केवल वाराणसी बल्कि आसपास के जिलों में भी पर्यटकों की आमद में उछाल आया है।

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सिद्धार्थ कलहंस   
Last Updated- September 04, 2024 | 8:18 PM IST

वाराणसी में काशी विश्वनाथ और मिर्जापुर में विंध्य कॉरीडोर बनने के बाद पूर्वांचल में आने वाले पर्यटकों की तादाद में खासा इजाफा हुआ है। काशी विश्वनाथ कॉरीडोर बनने के बाद न केवल वाराणसी बल्कि आसपास के जिलों में भी पर्यटकों की आमद में उछाल आया है।

पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते साल पर्यटकों के लिए वाराणसी पूर्वांचल का सबसे पसंदीदा स्थल रहा है वाराणसी में आने वाले पर्यटक पड़ोसी जिलों के आध्यात्मिक,धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों को भी पसंद कर रहे है। वर्ष 2023 में पूर्वांचल का सबसे पसंदीदा धार्मिक व पर्यटन का स्थान वाराणसी रहा।

वही, दूसरे नंबर पर मिर्ज़ापुर का विंध्याचल और तीसरे पायदान पर मिर्ज़ापुर का ही अष्टभुजा मंदिर रहा। इसके अलावा संत रविदास नगर (भदोही) में स्थित सीतामढ़ी चौथे नंबर पर और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा सोनभद्र पांचवे स्थान पर रहा।

पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि योगी सरकार ने बनारस और उसके आस-पास के जिलों की कनेक्टिविटी में इजाफा करने के साथ इन क्षेत्रों में पर्यटन विकास की विभिन्नय परियोजनाओं पर कार्य किया है जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं और पर्यटक कम समय में ज्यादा से ज्यादा स्थलों को देखने के लिए जा रहे है।

पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र कुमार रावत ने बताया कि वाराणसी में हुए विकास के कार्यो, मूलभूत ढांचा में सुधार ,दूसरे शहरों से बेहतर कनेक्टिविटी ,सुगमता और सुरक्षा ने पर्यटकों की संख्या बढ़ा दी है। वाराणसी के पडोसी जिलों के पर्यटन और धार्मिक स्थलों के विकास के काम ने पर्यटकों का रुझान बढ़ाया है। वाराणसी के आस-पास 100 से 200 किलोमीटर की यात्रा पर्यटकों के लिए काफी आसान हो गई है।

उन्होंने बताया कि वाराणसी आने वाले पर्यटकों को संतरविदास नगर (भदोही ) ,मिर्ज़ापुर ,सोनभद्र के धार्मिक स्थल, जलप्रपात और प्राकृतिक सौंदर्य वाले स्थल खूब भा रहे है।

पर्यटन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2023 में वाराणसी और आसपास के पांच स्थानों में आने वाले कुल पर्यटकों की संख्या 9.5 करोड़ से अधिक रही है। इनमें बीते साल अकेले वाराणसी में 8,54,73,633 तो विंध्याचल में 72,97,800 पर्यटकों का आना हुआ है। इसके अलावा मिर्जापुर का अष्टभुजा मंदिर देखने के लिए 42,35,770 और सीतामढ़ी देखने 25,41,080 पर्यटक आए। अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए मशहूर सोनभद्र में 22,26 310 पर्यटकों का आगमन हुआ।

First Published : September 4, 2024 | 8:10 PM IST