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क्रूज पर जा रहे हैं? ध्यान दें – साधारण ट्रैवल इंश्योरेंस नहीं देगा साथ

साधारण ट्रैवल इंश्योरेंस क्रूज यात्रा को कवर नहीं करता, इसलिए सफर से पहले क्रूज़-स्पेसिफिक इंश्योरेंस लेना जरूरी है।

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सुरभि ग्लोरिया सिंह   
Last Updated- October 18, 2025 | 8:46 AM IST

त्योहारों का मौसम शुरू होते ही भारत से बड़ी संख्या में यात्री सिंगापुर, वियतनाम, थाईलैंड और मलेशिया जैसी जगहों के लिए क्रूज बुक कर रहे हैं। लेकिन अगर आप भी ऐसा प्लान बना रहे हैं, तो सावधान हो जाएं – आपका सामान्य ट्रैवल इंश्योरेंस समुद्र में होने वाली घटनाओं को कवर नहीं करता।

Policybazaar के ट्रैवल इंश्योरेंस हेड मीत कपाड़िया के अनुसार, पारंपरिक ट्रैवल पॉलिसी में क्रूज़ से जुड़ी घटनाएं जैसे कि मिस्ड पोर्ट, ऑनबोर्ड दुर्घटना या समुद्र में मेडिकल इमरजेंसी शामिल नहीं होतीं। यानी जहाज़ पर कुछ भी अनहोनी होने पर आपका सामान्य बीमा बेकार साबित हो सकता है।

क्यों जरूरी है क्रूज ऐड-ऑन कवर?

इस कमी को पूरा करने के लिए अब बीमा कंपनियां क्रूज-स्पेसिफिक ऐड-ऑन कवर दे रही हैं, जिनकी कीमत करीब ₹200 से ₹300 तक होती है। ये कवर निम्न स्थितियों में मदद करते हैं:

  • पोर्ट मिस होने पर मुआवज़ा

  • क्रूज कनेक्शन लेट होने पर सहायता

  • जहाज़ पर मेडिकल इमरजेंसी

  • समुद्र में इवैक्यूएशन (बचाव)

  • क्रूज़ कैंसिलेशन से होने वाला नुकसान

कपाड़िया कहते हैं कि समुद्री यात्रा में तुरंत मदद मिलना मुश्किल होता है, इसलिए यह कवर अब यात्रा योजना का अनिवार्य हिस्सा बन रहा है।

कौन-सी कंपनियां दे रही हैं क्रूज़ इंश्योरेंस?

वर्तमान में ICICI Lombard और TATA AIG दो प्रमुख कंपनियां हैं जो क्रूज़ कवर प्रदान कर रही हैं। 30 वर्ष के यात्री के 10 दिन के ट्रिप के लिए उनकी अनुमानित दरें इस प्रकार हैं:

कंपनी यूरोप ट्रिप एशिया ट्रिप
ICICI Lombard ₹4,140 ₹1,790
TATA AIG ₹69 ₹69

इनके कवर में क्या मिलता है?

ICICI Lombard क्रूज बंडल:

  • मेडिकल कवर: $50,000

  • हॉस्पिटल अलाउंस: $100 प्रतिदिन

  • मेडिकल इवैक्यूएशन: $10,000

  • अनयूज़्ड एक्सकर्शन्स (यानी न की जा सकी गतिविधियां): $100

TATA AIG क्रूज़ बंडल:

  • मिस्ड क्रूज़ कवर: $750

  • क्रूज इंटरप्शन (कॉमन कैरियर द्वारा): $500

भारत में तेजी से बढ़ रहा क्रूज़ पर्यटन

GetMyCruise.com के संस्थापक शिजू राधाकृष्णन के अनुसार, भारतीय क्रूज मार्केट पिछले आठ सालों में 27% की दर से बढ़ा है। सिर्फ 2024 में ही 3 लाख से अधिक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रूज पर गए, और यह आंकड़ा 2030 तक 20 लाख होने की उम्मीद है।

सर्दियों में साउथ-ईस्ट एशिया और मिडल ईस्ट लोकप्रिय रूट हैं, जबकि गर्मियों में मेडिटरेनियन और यूरोप की क्रूज सबसे ज्यादा पसंद की जाती हैं।

First Published : October 18, 2025 | 8:46 AM IST