प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
रेलवे ने यात्रियों का सफर आसान बनाने के लिए एक नया ऐप जारी किया है। इसके माध्यम से यात्री टिकट बुक कराने से लेकर यात्रा के दौरान किसी भी तरह की मदद मांग सकते हैं। केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को रेल वन नाम से यह ऐप पेश किया। इस नए ऐप्लिकेशन के जरिये यात्रियों को टिकट बुकिंग, ट्रेन और पीएनआर पूछताछ, यात्रा योजना बनाने, रेल सहायता सेवाएं और भोजन बुकिंग जैसी कई सेवाओं तक आसान पहुंच में मदद मिलेगी।
रेलवे के सुपर ऐप के तौर पर पहचाने जाने वाले इस ऐप के माध्यम से रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (सीआरआईएस) अलग-अलग यात्री सेवाओं से जुड़ी पुरानी समस्याओं को सुलझाने का प्रयास कर रहा है।
रेलमंत्री ने कहा, ‘यह ऐप एंड्रॉइड प्ले स्टोर और आईओएस ऐप स्टोर, दोनों प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। रेलवन ऐप पर यात्रियों की सभी जरूरतों का समाधान उपलब्ध होगा। इस ऐप के माध्यम से यात्री तीन फीसदी छूट के साथ अनारक्षित और प्लेटफॉर्म टिकट ले सकते हैं। इसके अलावा वे आरक्षित टिकट भी इस ऐप्लिकेशन के जरिये बुक कर सकते हैं। ऐप के जरिये यात्री ट्रेन कहां पहुंची, रेल सहायता सेवाएं, ट्रेन में खाना आदि की बुकिंग, पोर्टर की बुकिंग जैसी सुविधा का लाभ उटा सकते हैं।’
रेलवन ऐप डाउनलोड करने के बाद कोई भी व्यक्ति रेलकनेक्ट या यूटीएसऑनमोबाइल ऐप की मौजूदा उपयोगकर्ता आईडी का उपयोग करके लॉग इन कर सकता है।
सीआरआईएस के 40वें स्थापना दिवस समारोह में इस ऐप की शुरुआत करने वाले वैष्णव ने कहा कि रेलवे की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) को साइबर सुरक्षा पर और भी अधिक ध्यान देने तथा दुनिया के उच्चतम मानकों तक पहुंचने की आवश्यकता है। खासकर राउटर लिए, जिसे सबसे कमजोर क्षेत्रों में से एक माना जाता है।
इससे उपयोगकर्ताओं को अलग-अलग सेवाओं के लिए अलग-अलग ऐप रखने की आवश्यकता नहीं रहती, जिससे डिवाइस स्टोरेज की बचत होती है।
बताया गया है कि रेलवे का लक्ष्य अपनी बैकएंड डेटा हैंडलिंग क्षमता को भी भारी भ्रकम तरीके से बढ़ाना है, जिसमें आधुनिक पीआरएस और तेज होगा एवं बहुभाषी तथा अभी की क्षमता से 10 गुना अधिक भार संभालने में सक्षम होगा।
मंत्रालय ने कहा कि इसके जरिये हर मिनट 1.5 लाख टिकट बुकिंग और 40 लाख पूछताछ की जा सकेगी। इसके तहत सीट चुनना और किराया की जानकारी आसानी से मिल सकेगी तथा दिव्यांगजनों, छात्रों और मरीजों आदि के लिए एकीकृत विकल्प भी मौजूद होंगे।