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मल्टीपल FD अकाउंट्स से बनाएं ज्यादा मुनाफा! एक्सपर्ट ने दिए आसान टिप्स

FD के जरिए बचत को बढ़ाने का यह तरीका न केवल आपको आर्थिक सुरक्षा देगा, बल्कि आपके सपनों को हकीकत में बदलने में भी मदद करेगा।

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ऋषभ राज   
Last Updated- April 24, 2025 | 5:02 PM IST

FD Account: आज के समय में पैसों की बचत करना और उसे सही जगह निवेश करना हर व्यक्ति की प्राथमिकता है। निवेश के तमाम मौजूद विकल्पों में से FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) एक ऐसा विकल्प है, जो न केवल सुरक्षित है, बल्कि निश्चित ब्याज दर के साथ आपकी बचत को बढ़ाने में भी मदद करता है। लेकिन सवाल यह है कि एक व्यक्ति को कितने FD अकाउंट खोलना चाहिए? क्या एक ही अकाउंट पर्याप्त है, या फिर कई अकाउंट खोलना फायदेमंद हो सकता है? 

FD अकाउंट की संख्या क्यों मायने रखती है?

FD अकाउंट खोलने से पहले यह समझना जरूरी है कि आपकी वित्तीय जरूरतें और टारगेट क्या हैं। हर व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अलग-अलग होती है। कोई अपनी बचत को सुरक्षित रखना चाहता है, तो कोई इमरजेंसी के लिए फंड तैयार करना चाहता है। कुछ लोग शादी, शिक्षा या छुट्टियों जैसे बड़े खर्चों के लिए पैसे जोड़ते हैं। इस वजह से एक ही FD अकाउंट सभी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता। 

मनीफ्रंट के सीईओ और बैकिंग एक्सपर्ट मोहित गांग कहते हैं, “एक से ज्यादा FD खाते खोलना कई बार फायदेमंद हो सकता है। इससे आप अपनी बचत को अलग-अलग समयावधि और ब्याज दरों के हिसाब से व्यवस्थित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप एक अकाउंट 1 साल के लिए खोलते हैं और दूसरा 5 साल के लिए, तो आपकी कम समय और लंबे समय, दोनों जरूरतें पूरी हो सकती हैं। इसके अलावा, कई अकाउंट होने से आप जरूरत पड़ने पर एक अकाउंट को समय से पहले तोड़े बिना दूसरे का इस्तेमाल कर सकते हैं।”

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अपनी जरूरतों के हिसाब से अकाउंट चुनें

FD अकाउंट की संख्या तय करने से पहले अपनी वित्तीय जरूरतों का आकलन करना जरूरी है। अगर आप एक युवा पेशेवर हैं, जो अगले कुछ सालों में कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए 2-3 साल की अवधि वाला एक FD अकाउंट उपयुक्त हो सकता है। वहीं, अगर आप रिटायरमेंट की योजना बना रहे हैं, तो लंबी अवधि के खाते ज्यादा फायदेमंद होंगे। 

एक्सपर्ट का कहना है कि आमतौर पर 3 से 5 FD खाते एक सामान्य व्यक्ति के लिए पर्याप्त हो सकते हैं। इससे आप अपनी बचत को अलग-अलग टारगेट के लिए बांट सकते हैं। मसलन, एक अकाउंट इमरजेंसी फंड के लिए, दूसरा छोटे-छोटे टारगेट जैसे छुट्टियों के लिए, और तीसरा बड़े टारगेट जैसे मकान खरीदने के लिए। अलग-अलग अकाउंट होने से आपकी बचत का मैनजमेंट आसान हो जाता है और आप अनुशासित तरीके से निवेश कर पाते हैं। 

इसके अलावा, कई बैंकों और वित्तीय संस्थानों में FD की ब्याज दरें समय और पैसे के आधार पर बदलती रहती हैं। अगर आप अपनी बचत को अलग-अलग बैंकों में बांटते हैं, तो आपको बेहतर ब्याज दरों का फायदा मिल सकता है। उदाहरण के लिए, कुछ छोटे वित्तीय संस्थान या सहकारी बैंक बड़े बैंकों की तुलना में ज्यादा ब्याज दे सकते हैं। हालांकि, ऐसे मामलों में संस्थान की विश्वसनीयता की जांच करना जरूरी है।

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लिक्विडिटी और लचीलापन का रखें ध्यान

FD का सबसे बड़ा फायदा इसकी सुरक्षा है, लेकिन इसका एक नुकसान यह भी है कि आपका पैसा एक निश्चित अवधि के लिए लॉक हो जाता है। अगर आप समय से पहले अकाउंट तोड़ते हैं, तो आपको जुर्माना देना पड़ सकता है और ब्याज भी कम मिल सकता है। यही वजह है कि एक से ज्यादा FD खाते खोलना आपके लिए आसान हो सकता है।  

मोहित गांग कहते हैं “मान लीजिए, आपके पास एक ही FD अकाउंट है, जिसमें आपने 5 लाख रुपये 5 साल के लिए जमा किए हैं। अगर आपको अचानक 1 लाख रुपये की जरूरत पड़ती है, तो आपको पूरा अकाउंट तोड़ना पड़ सकता है, जिससे बाकी राशि पर भी कम ब्याज मिलेगा। लेकिन अगर आपके पास दो खाते हैं—एक 2 लाख रुपये का और दूसरा 3 लाख रुपये का—तो आप केवल छोटा अकाउंट तोड़ सकते हैं और बाकी राशि पर ब्याज कमाना जारी रख सकते हैं।”

वे कहते हैं, “आप अपनी बचत का एक हिस्सा कम अवधि (6 महीने से 1 साल) के FD में रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर आसानी से पैसा निकाला जा सके। बाकी राशि को आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं, जहां ब्याज दरें आमतौर पर ज्यादा होती हैं। इस तरह, आप लिक्विडिटी और रिटर्न के बीच संतुलन बना सकते हैं।” 

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टैक्स में फायदा और अन्य सुविधाओं का फायदा उठाएं

FD खातों का एक और फायदा यह है कि कुछ मामलों में आपको कर छूट मिल सकती है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत, 5 साल या उससे ज्यादा के समय की FD पर 1.5 लाख रुपये तक की राशि पर कर छूट का लाभ लिया जा सकता है। अगर आप इस सुविधा का फायदा उठाना चाहते हैं, तो एक अलग FD अकाउंट खोलना बेहतर होगा, जिसमें आप केवल कर छूट के लिए निवेश करें। 

इसके अलावा, कई बैंक सीनियर सिटीजन, महिलाओं या विशेष समूहों के लिए अतिरिक्त ब्याज दरें देती हैं। अगर आप इन श्रेणियों में आते हैं, तो अलग-अलग बैंकों में खाते खोलकर इन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ बैंक सीनियर सिटीजन को 0.5% तक ज्यादा ब्याज देते हैं। 

कई बार लोग FD को केवल बचत के साधन के रूप में देखते हैं, लेकिन इसे सही तरीके से इस्तेमाल करने पर यह आपकी वित्तीय योजना का एक मजबूत हिस्सा बन सकता है। अलग-अलग अवधि, राशि और बैंकों में खाते खोलकर आप न केवल अपनी बचत को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि उसका अधिकतम लाभ भी उठा सकते हैं। 

हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि FD खोलने से पहले आपको अपनी आय, खर्चों और भविष्य की जरूरतों का पूरा हिसाब करना चाहिए। बहुत ज्यादा खाते खोलना भी प्रबंधन को जटिल बना सकता है। इसलिए, अपनी जरूरतों और सुविधा के हिसाब से सही संख्या तय करना सबसे महत्वपूर्ण है। 

मोहित गांग कहते हैं, “FD के जरिए बचत को बढ़ाने का यह तरीका न केवल आपको आर्थिक सुरक्षा देता है, बल्कि आपके सपनों को हकीकत में बदलने में भी मदद करता है। चाहे वह नया घर हो, बच्चों की पढ़ाई हो, या फिर एक शानदार छुट्टी, सही योजना के साथ FD आपके लक्ष्यों को आसान बना सकता है।”

First Published : April 24, 2025 | 3:15 PM IST