FMCG दिग्गज TATA कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का शेयर सितंबर तिमाही में अनुमान से बेहतर नतीजों की वजह से नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। कंपनी ने बेवरेज/अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय में फूड बिजनेस में शानदार तेजी और मार्जिन वृद्धि दर्ज करने में सफलता हासिल की है। कई ब्रोकर वृद्धि की संभावना को ध्यान में रखते हुए इस शेयर पर सकारात्मक हैं और उनका मानना है कि महंगा मूल्यांकन काफी हद तक उचित है।
अल्पावधि कारक दूसरी तिमाही में मजबूत परिचालन प्रदर्शन रहा है। समेकित बिक्री एक साल पहले की तिमाही के मुकाबले 11 प्रतिशत तक बढ़कर 3,733 करोड़ रुपये रही, जो काफी हद तक ब्रोकरेज के अनुमान के अनुरूप थी। वृद्धि को भारतीय फूड व्यवसाय से मदद मिली, जिसमें 16 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई, जबकि नॉरिशको सेगमेंट (एनर्जी ड्रिंक पोर्टफोलियो) 25 प्रतिशत बढ़ा।
कंपनी के सबसे बड़े सेगमेंट ‘टी’ का प्रदर्शन 13 प्रतिशत बिक्री वृद्धि के साथ मजबूत रहा और राजस्व में 5 प्रतिशत तेजी दर्ज की गई, जबकि उद्योग की मूल्य वृद्धि 6.2 प्रतिशत रही। कंपनी को तिमाही में बाजार भागीदारी गंवानी पड़ी, जो बिक्री संदर्भ में 37 आधार अंक और मूल्य के लिहाज से 95 आधार अंक थी।
मांग में सुधार आ रहा है और असंगठित कंपनियों से प्रतिस्पर्धा में इजाफा नहीं हुआ है। चाय कीमतें स्थिर रहने से कंपनी को भविष्य में अपनी बाजार भागीदारी पुन: हासिल होने की उम्मीद दिख रही है।
सिस्टमैटिक्स रिसर्च के हिमांशु नय्यर और चेतन महादिक का कहना है, ‘चाय व्यवसाय को ताजा कीमत कटौती और वितरण प्रयासों से फायदा हुआ है और ये एक अंक की बिक्री वृद्धि के साथ मजबूत बना रह सकता है।’ कंपनी मध्यम एक अंक की बिक्री वृद्धि के साथ साथ महंगे तथा मिश्रित पैक पर जोर दे रही है।
नमक व्यवसाय में, सितंबर के अंत तक कंपनी की बाजार भागीदारी 38 प्रतिशत थी, जबकि तीन साल पहले यह आंकड़ा 30 प्रतिशत था। इस सेगमेंट में बिक्री वृद्धि मध्यम एक अंक की रहने का अनुमान है, जबकि राजस्व वृद्धि दो अंक में रह सकती है।
कंपनी के लिए वृद्धि को मुख्य तौर पर संपन्न (पैकेज्ड स्टैपल), सोलफुल और नोरिशको के नए सेगमेंटों से मदद मिलने की उम्मीद है। इन वृद्धि सेगमेंटों का वित्त वर्ष 2023 में भारतीय ब्रांडेड व्यवसाय की बिक्री में 15 प्रतिशत योगदान रहा और नुवामा रिसर्च ने वित्त वर्ष 2024 में यह बढ़कर 20 प्रतिशत हो जाने का अनुमान जताया है। यह सेगमेंट सालाना 30-40 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है।
तिमाही में परिचालन प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय से मदद मिली। जहां वैश्विक व्यवसाय में 13 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज की गई, वहीं परिचालन मुनाफा मार्जिन शानदार 3.3 प्रतिशत बढ़कर 12.4 प्रतिशत पर पहुंच गया। मूल्य निर्धारण में बदलाव और पुनर्गठन से बचत की वजह से कंपनी को यह मदद मिली। कंपनी मार्जिन मजबूत बनाए रखने के लिए दक्षता सुधारने और लागत बचत कार्यक्रम पर जोर दे रही है।
मार्जिन में सुधार,भारतीय खाद्य व्यवसाय के साथ साथ भारतीय बेवरेज व्यवसाय, दोनों के लिए मुख्य व्यवसाय में बिक्री वृद्धि में सुधार को ध्यान में रखते हुए निर्मल बांग रिसर्च के कृष्णन संबामूर्ति और सनी भद्र मध्यावधि से दीर्घावधि के लिहाज से टाटा कंज्यूमर पर सकारात्मक बने हुए हैं।