दक्षिण कोरिया एक बार फिर से MSCI से बहुप्रतीक्षित अपग्रेड हासिल करने में विफल रहा है। मौजूदा समय में, दक्षिण कोरिया भी भारत, चीन और ताइवान जैसे बाजारों के साथ साथ ‘उभरते बाजार’ (EM) के तौर पर वर्गीकृत है। MSCI ने गुरुवार को दक्षिण कोरिया को ‘विकसित बाजार’ (DM) के तौर पर पुन: वर्गीकृत करने पर विचार किया, लेकिन इसके विपरीत निर्णय लिया गया।
कोरिया को ईएम इंडेक्स से बाहर किए जाने से मौजूदा सदस्यों में उसके भारांक के वितरण को बढ़ावा मिलेगा। मौजूदा समय MSCI EM index में दक्षिण कोरिया का भारांक (वेटेज) 13 प्रतिशत है। वहीं चीन (29.2 प्रतिशत भारांक के साथ) का इस सूचकांक में सर्वाधिक भारांक है, जिसके बाद ताइवान (16.18 प्रतिशत) और भारत (14.34 प्रतिशत) का स्थान है।
Also read: MSCI ने भारत के T+1 निपटान साइकल को स्वीकार किया
एक अनुमान के अनुसार, यदि दक्षिण कोरिया को सूचकांक से बाहर किया जाता है तो वह 20 अरब डॉलर के निवेश प्रवाह का लाभार्थी हो सकता है।