पिछले महीने हालांकि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के नए खातों के पंजीकरण में कमी आई, लेकिन शुद्ध रूप से एसआईपी खातों का जुड़ाव जनवरी के मुकाबले ज्यादा रहा।
शुद्ध रूप से खातों का जुड़ाव एसआईपी के सुधरे हुए स्टॉपेज रेश्यो (42 फीसदी) की पृष्ठभूमि में हुआ, जो नवंबर 2021 के बाद सबसे कम है। एसआईपी स्टॉपेज रेश्यो बंद कराए गए या परिपक्व हो चुके एसआईपी खातों की संख्या नए खातों के जुड़ाव के प्रतिशत के तौर पर होता है।
एसआईपी क्लोजर रेश्यो का कम होना बेहतर होता है क्योंकि यह एसआईपी के ज्यादा निवेशकों के बने रहने का संकेतक है। पिछले कुछ महीनों में यह अनुपात नरम हुआ है, जो पिछले 11 महीनों में 50 फीसदी से ऊपर टिका हुआ था।
फरवरी में एसआईपी खाते जारी नहीं रखने का मामला कम हुआ, जबकि नियामक ने मिडकैप व स्मॉलकैप में मूल्यांकन की चिंता को रेखांकित किया।
म्युचुअल फंड योजनाएं इन सेगमेंटों में निवेश करती है, जिसमें पिछले साल सबसे ज्यादा निवेशक मांग देखी गई है। हालांकि यह देखा जाना बाकी है कि इस महीने यह अनुपात कैसा रहता है क्योंकि उतारचढ़ाव में काफी इजाफा हुआ है।
इक्विटी बाजार में तेजी के दम पर एसआईपी पंजीकरण में 2023-24 के दौरान सतत वृद्धि देखी गई है। पिछले दो महीनों में निवेशकों ने करीब 50 लाख एसआईपी खातों का पंजीकरण कराया है। पिछले साल की समान अवधि में यह पंजीकरण महज 20 लाख था। हालांकि एसआईपी खाते जारी नहीं रखने के मामले ने भी तेज गति पकड़ी है। फरवरी में 21 लाख खाते रोके गए, जो फरवरी 2023 में 14 लाख थे।