शेयर बाजार

Market Closing Bell: टैरिफ की चिंता छोड़ हरे निशान में बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 746 उछला; निफ्टी 24585 पर बंद

Closing Bell: सरकारी बैंकिंग शेयरों में जोरदार तेजी के साथ ऑटो और रिटल्टी सेक्टर में खरीदारी से बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी50 और सेंसेक्स बढ़त में बंद हुए।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- August 11, 2025 | 3:57 PM IST

Stock Market Closing Bell, August 11, 2025: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के पहले ट्रेडिंग सेशन यानी सोमवार (11 अगस्त) को जोरदार बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए। सरकारी बैंकिंग शेयरों में जोरदार तेजी के साथ ऑटो और रिटल्टी सेक्टर में खरीदारी से बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी50 और सेंसेक्स बढ़त में बंद हुए। हालांकि, भारतीय वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ को लेकर अनिश्चितता के कारण कंज्यूमर ड्यूरेबल शेयरों में बिकवाली ने तेजी को कुछ हद तक सीमित कर दिया।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) बढ़त के साथ 79,885 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार के दौरान इंडेक्स में उतार-चढ़ाव देखा गया। अंत में यह 746.29 अंक या 0.93 प्रतिशत की तेजी के साथ 80,604.08 पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 26 कंपनियों के शेयर हरे निशान में रहे। जबकि चार कम्पनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए।

इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी मजबूती के साथ खुला। शुरुआती कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव के बाद अंत में यह 221.75 अंक या 0.91 फीसदी की बढ़त के साथ 24,585 पर बंद हुआ।

जियोजित इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड में रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”बाजार में तीन महीने के निचले स्तर के बाद राहत भरी तेजी देखने को मिली। इस सुधार में वैश्विक बाजारों से मिले पॉजिटिव संकेतों और एफआईआई की धीरे-धीरे वापसी ने अहम भूमिका निभाई। तिमाही नतीजों के चलते प्रमुख सरकारी बैंकों के शेयरों ने सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित किया। वहीं ज्यादातर सेक्टर में ब्रोडर तेजी देखी गई। निवेशक इस सप्ताह होने वाले अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन का भी सकारात्मक मूल्यांकन कर रहे हैं। इससे भू-राजनीतिक तनावों में कुछ कमी आने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि निकट भविष्य में सतर्कता बनी रह सकती है, लेकिन अमेरिका की व्यापार और वृद्धि पर वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन अभी बाकी है।”

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सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स सबसे ज्यादा 3.24 फीसदी चढ़कर बंद हुआ। इटरनल, ट्रेंट लिमिटेड, एसबीआई, अल्ट्रा सीमेंट, एलएंडटी, अदाणी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, सनफार्मा, एचडीएफ़सी बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे। जबकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक और मारुति गिरावट में रहे। ब्रोडर इंडेक्स में भी बढ़त दर्ज की गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.85 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। जबकि स्मॉलकैप 0.36 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ।

सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.72 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर पॉजिटिव दायरे में बंद हुए। निफ्टी पीएसयू बैंक सबसे ज़्यादा 2.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। इसके बाद रियल्टी सेक्टर में 1.86 प्रतिशत की बढ़त और ऑटो सेक्टर में 1.06 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।

गलोबल मार्केटस से क्या संकेत?

वैश्विक स्तर पर एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। निवेशक इस घोषणा का इंतज़ार कर रहे थे कि क्या अमेरिका-चीन टैरिफ समझौते की 12 अगस्त की समयसीमा आगे बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार को अलास्का में यूक्रेन विवाद पर चर्चा के लिए मिलने वाले हैं।

एशियाई बाजारों में चीन का CSI300 सोमवार को 0.3 प्रतिशत बढ़ा। जबकि का हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 0.02 प्रतिशत गिर गया। ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 0.31 प्रतिशत बढ़ा और दक्षिण कोरिया का KOSPI 0.04 प्रतिशत बढ़ा। जापानी बाजार कारोबार के लिए बंद रहे।

अमेरिका में नैस्डैक कंपोजिट पिछले सप्ताह नए उच्च स्तर पर बंद हुआ। जबकि S&P 500 इंडेक्स भी बढ़त में बंद हुआ। डॉव जोन्स इंडेक्स ने भी सप्ताह का समापन मजबूती के साथ किया। डॉव जोन्स शुक्रवार को 0.47 प्रतिशत, नैस्डैक 0.98 प्रतिशत और S&P 500 इंडेक्स 0.78 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ।

सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार छठे सप्ताह गिरावट

पिछले सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार छठी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई जो 3 अप्रैल, 2020 को समाप्त सप्ताह के बाद से सबसे लंबी गिरावट का सिलसिला है। इलारा कैपिटल ने इस बात पर जोर दिया कि उभरते बाजार (ईएम) के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की अवधि के बाद अक्टूबर 2024 की तरह बिकवाली की नई लहर का सामना कर रहे हैं।

First Published : August 11, 2025 | 8:24 AM IST