शेयर बाजार

बाजार हलचल: F&O में नए नियमों ने डेरिवेटिव परिदृश्य को बदला, IPO को लेकर दिखी खूब दीवानगी

सेबी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से लैस निवेशक जागरूकता वाले चैटबोट सेवा का विस्तार करके उसमें कई भारतीय भाषाएं शामिल करने पर काम कर रहा है।

Published by
खुशबू तिवारी   
सुन्दर सेतुरामन   
Last Updated- September 01, 2024 | 9:40 PM IST

वायदा एवं विकल्प (एफऐंडओ) के लिए पात्रता के नए मानक प्रभावी होने जा रहे हैं, ऐसे में जियो फाइनैंशियल सर्विसेज और जोमैटो डेरिवेटिव सेगमेंट में शामिल होने के प्रबल दावेदार हैं। यह कहना है नुवामा ऑल्टरनेटिव ऐंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के विश्लेषकों का। नुवामा की रिपोर्ट बताती है कि एफऐंडओ में दोनों नई कंपनियों के शामिल होने के बाद इनके बेंचमार्क मुख्य सूचकांक निफ्टी-50 में भी शामिल होने की संभावना बन जाएगी जिसके लिए पुनर्संतुलन बैठक मार्च में होगी।

बेंचमार्क निफ्टी-50 में शामिल होने के लिए जरूरी है कि शेयर में डेरिवेटिव ट्रेडिंग होती हो। ब्रोकरेज ने कहा कि इन दोनों के अलावा करीब 80 कंपनियां भी संशोधित एफऐंडओ मानकों को पूरा कर रही हैं। हालांकि शामिल किए जाने या निकाले जाने वाले शेयरों की अंतिम सूची सेबी और एक्सचेंज जल्द जारी कर सकते हैं। नए नियमों से 182 शेयरों वाली मौजूदा सूची से 18 कंपनियां बाहर हो सकती हैं।

आईपीओ को लेकर दीवानगी ज्यादा

आईपीओ बाजार को लेकर उत्साह इस हफ्ते भी जारी रहने की उम्मीद है। बाजार सूत्रों ने संकेत दिया कि गैर-बैंकिंग वित्तीय फर्म बजाज हाउसिंग फाइनैंस और नॉर्दर्न आर्क अपने-अपने आईपीओ पेश करेंगी। इस बीच, सोमवार को खुलने जा रहे गाला प्रीसिजन इंजीनियरिंग के आईपीओ को ग्रे मार्केट में 40 फीसदी प्रीमियम मिल रहा है। 168 करोड़ रुपये के इश्यू का कीमत दायरा 503 से 529 रुपये प्रति शेयर है।

कंपनी ने पिछले हफ्ते एंकर निवेशकों से 50 करोड़ रुपये जुटाए। पिछले हफ्ते बंद हुए प्रीमियर एनर्जीज व इको मोबिलिटी के आईपीओ को क्रमश: 75 और 64.3 फीसदी आवेदन मिले हैं। जीएमपी के आधार पर प्रीमियर 90 फीसदी प्रीमियम पर सूचीबद्ध हो सकती है जबकि इको मोबिलिटी 50 फीसदी लाभ पर। मंगलवार को बंद हो रहे बाजार स्टाइल रिटेल का जीएमपी 30 फीसदी से अधिक है।

निवेशक जागरूकता वाला चैटबोट

सेबी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से लैस निवेशक जागरूकता वाले चैटबोट सेवा का विस्तार करके उसमें कई भारतीय भाषाएं शामिल करने पर काम कर रहा है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। चैटबोट का बीटा वर्जन जुलाई में आया था और इसे प्रतिभूति बाजार के बारे में सामान्य सूचना चाहने वाले निवेशकों की मदद करने और शिकायत निपटान प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी देने के लिए बनाया गया है।

सेबी का इरादा सूचनाओं तक आसान पहुंच और प्रतिभूति बाजार को लेकर जागरूकता में बढ़ोतरी यूजर की पसंद की भाषा में देने का है। अन्य अधिकारी ने कहा कि नियामक विभिन्न परियोजनाओं में एआई शामिल कर रहा है, जिसमें प्रवर्तन और अनुपालन से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं।

First Published : September 1, 2024 | 9:40 PM IST