शेयर बाजार

भारत के 3 लाख करोड़ डॉलर के बाजार पूंजीकरण टैग पर खतरा

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समी मोडक
Last Updated- March 27, 2023 | 10:30 PM IST

भारत के प्रख्यात 3 लाख करोड़ डॉलर के बाजार पूंजीकरण के ठप्पे को नुकसान पहुंच सकता है। दरअसल, बैंकिंग संकट के बाद वैश्विक बाजारों में हुई बिकवाली के बीच यह बाजार पूंजीकरण इस आंकड़े से नीचे फिसल गया है।

ब्लूमबर्ग के आंकड़े से पता चलता है कि घरेलू तौर पर सूचीबद्ध कंपनियों की संयुक्त बाजार वैल्यू पिछले सप्ताह के अंत में 3 लाख करोड़ डॉलर से नीचे पहुंच गई। आंकड़ा एनएसई सूचीबद्ध कंपनियों से जुड़ा हो सकता है, जिसके करीब 2,000 शेयरों में कारोबार हुआ है।

यदि आप बीएसई द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़े (जो करीब 4,000 कंपनियों के कारोबार से जुड़ा है) पर नजर डालें, तो पता चलता है कि भारत का बाजार पूंजीकरण 253.59 लाख करोड़ रुपये या 3.08 लाख करोड़ डॉलर पर 3 लाख करोड़ डॉलर से करीब 3 प्रतिशत से ऊपर है। इस साल के शुरू में, अदाणी समूह के शेयरों 150 अरब डॉलर की बिकवाली के बीच भारत शीर्ष-5 बाजार पूंजीकरण क्लब की सूची से बाहर हो गया था।

ब्लूमबर्ग के आंकड़े के अनुसार, पिछली बार भारत का बाजार पूंजीकरण जून 2022 में 3 लाख करोड़ डॉलर से नीचे पहुंच गया था। वहीं तेजी के संदर्भ में, जनवरी 2022 में यह 3.67 लाख करोड़ डॉलर पर था। मौजूदा बाजार पूंजीकरण इस ऊंचाई से 18 प्रतिशत नीचे है।

First Published : March 27, 2023 | 10:30 PM IST