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Bank Share to Buy: शेयर बाजार में रिजल्ट सीजन चल रहा है। पहली तिमाही (Q1FY26) की फाइनैंशल परफॉर्मेंस के बाद कई शेयर आकर्षक नजर आ रहे हैं। बैंकिंग सेक्टर के IDFC फर्स्ट बैंक (IDFCFB) ने भी हाल में अपने Q1 नतीजे जारी किए। कंपनी की परफॉर्मेंस मिलीजुली रही। ब्रोकरेज हाउसेस का मानना है कि बेहतर लोन ग्रोथ आउटलुक के चलते यह Bank Share अभी भी निवेश के लिए बेहतर नजर आ रहा है। सोमवार (28 जुलाई) के कारोबार में इस स्टॉक (IDFC First Bank Share) में सपाट कारोबार देखने को मिला।
ब्रोकरेज फर्म ICICI Securities ने IDFC फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) के स्टॉक पर BUY रेटिंग बनाए रखी है। टारगेट प्राइस 80 रुपये प्रति शेयर दिया है। सोमवार को शेयर 71 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक में आगे करीब 13 फीसदी का अच्छा अपसाइड देखने को मिल सकता है।
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बीते सालभर में ये बैंक शेयर कुछ खास नहीं चला है। एक साल में 5 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है। जबकि, इस साल अबतक करीब 10 फीसदी उछला है। BSE पर IDFC फर्स्ट बैंक अपने 52 हफ्ते के हाई (78.50) से करीब 10 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है। स्टॉक का साल का लो लेवल 52.50 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 51,917 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
ICICI Securities का कहना है कि IDFC फर्स्ट बैंक (IDFCFB) ने Q1FY26 नतीजे अनुमान के अनुरूप रहे। बैंक ने पहली तिमाही में 460 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। रिटर्न ऑन एसेट (RoA) लगभग 50 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा है। उम्मीद से ज्यादा स्लिपेज और क्रेडिट कॉस्ट रहा, लेकिन मज़बूत ट्रेजरी गेन ने इसका असर बैलेंस किया।
ब्रोकरेज कहना है कि अपने पीयर ग्रुप के अन्य बैंकों के उलट IDFC फर्स्ट बैंक ने अब तक स्ट्रैटेजिक रूप से अपनी सेविंग्स रेट में कोई बड़ी कटौती नहीं की है। वहीं, यील्ड प्रेशर को संतुलित करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (TD) दरों में कटौती के अपेक्षाकृत धीमा रखा है। इससे मजबूत CASA ग्रोथ (करीब 30% सालाना) हासिल करने में मदद मिली। इससे बैंक की फ्रैंचाइज वैल्यू बढ़ी और मीडियम टर्म में अतिरिक्त अवसर भी जेनरेट हुए। हालांकि, नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) पर इसका असर थोड़ा ज्यादा रहा और यह 24 बेसिस प्वाइंट घट गया। NIM में रिकवरी भी धीरे-धीरे ही होने की संभावना है। ऑपरेटिंग खर्च (Opex) की रफ्तार को कंट्रोल में रखा गया है। बैंक को FY26 में इसे 11–12% की सालाना ग्रोथ तक सीमित रखने का भरोसा है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, तिमाही दर तिमाही स्लिपेज में बढ़ोतरी देखी गई, जिसका चलते सीजनलिटी, MFI सेगमेंट में दबाव और एक बड़े होलसेल एक्सपोजर से जुड़ा रहा। FY27 के लिए क्रेडिट कॉस्ट लगभग 2.1% और 1.9% रहने का अनुमान है। नियर टर्म में NIM पर दबाव रह सकता है, लेकिन FY26 के अंत तक RoA लगभग 1% तक पहुंचने की उम्मीद है।
ब्रोकरेज ने अपने PAT अनुमान घटाए हैं, लेकिन FY25 में RoA का निचला स्तर आ चुका है और FY27 तक यह 1% से ऊपर पहुंच सकता है। लोन ग्रोथ मजबूत बनी रह सकती है और करीब 20% के स्तर पर रह सकती है। बैंक को उम्मीद है कि FY26 की दूसरी तिमाही में ₹7,500 करोड़ की पूंजी हासिल होगी। स्टॉक पर BUY की रेटिंग के साथ 80 रुपये का टारगेट प्राइस बरकरार है। जो FY27E ABV के मुकाबले करीब 1.3 गुना वैल्यूएशन को दर्शाता है।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)