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इक्विटी योजनाओं में रिकॉर्ड निवेश, भारतीय बाजार ने छुआ 5 लाख करोड़ डॉलर का शिखर

निवेश में उछाल को एसआईपी संग्रह, एचडीएफसी एमएफ के एनएफओ से मिला सहारा

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अभिषेक कुमार   
Last Updated- June 10, 2024 | 10:38 PM IST

चुनाव की अनिश्चितता से विचलित हुए बगैर निवेशकों ने मई के दौरान म्युचुअल फंडों की इक्विटी योजनाओं में रिकॉर्ड निवेश किया। इससे भारत के बाजार पूंजीकरण को 5 लाख करोड़ डॉलर का शिखर छूने में मदद मिली। सक्रिय रूप से प्रबंधित इक्विटी फंडों में पिछले महीने शुद्ध रूप से 34,697 करोड़ रुपये का निवेश हुआ और इस तरह से उसने मार्च 2022 के 28,463 करोड़ रुपये के निवेश को पीछे छोड़ दिया।

अप्रैल 2024 में इक्विटी योजनाओं को करीब 19,000 करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ था। मई में मासिक आधार पर हुई करीब दो गुना उछाल को एचडीएफसी मैन्युफैक्चरिंग फंड के एनएफओ में मजबूत संग्रह और एसआईपी के जरिये सतत संग्रह से मदद मिली। कोटक महिंद्रा एएमसी के नैशनल हेड (बिक्री, विपणन व डिजिटल बिजनेस) मनीष मेहता ने कहा कि रिकॉर्ड निवेश को एनएफओ की लिस्टिंग से मदद मिली।

साथ ही, उतारचढ़ाव का फायदा उठाने के लिए निवेशकों ने इक्विटी योजनाओं में न केवल एसआईपी बल्कि एकमुश्त निवेश भी किया। भारी उतार-चढ़ाव के बीच बेंचमार्क निफ्टी मई में 0.3 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ और इस तरह से तीन महीने से चली आ रही बढ़त का सिलसिला थम गया। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 2 फीसदी गिरा वहीं निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1.6 फीसदी की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा।

एचडीएफसी एमएफ के एनएफओ को 9,563 करोड़ रुपये का निवेश मिला जो किसी इक्विटी फंड का दूसरा सबसे बड़ा और किसी एनएफओ के लिए तीसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। एसबीआई के बैलेंस्ड एडवांटेज फंड को एनएफओ में रिकॉर्ड 14,551 करोड़ रुपये का निवेश हासिल ​हुआ था। इसके बाद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के फ्लेक्सीकैप फंड के एनएफओ को मिले 9,808 करोड़ रुपये का स्थान रहा।

एसआईपी के जरिये सकल निवेश में बढ़ोतरी जारी रही और यह 20,904 करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। अप्रैल में एसआईपी के जरिये 20,371 करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ था। शुद्ध एसआईपी निवेश 9,226 करोड़ रुपये रहा। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के मुख्य कार्याधिकारी वेंकट चलसानी ने बताया कि रिकॉर्ड शुद्ध निवेश से इक्विटी योजनाओं की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 25 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गईं।

उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्थिरता स्थिर आर्थिक वृद्धि, निवेश को आकर्षित करने और लंबी अवधि के निवेश के अनुकूल माहौल तैयार करती है। वैश्विक वृद्धि साल 2024 में अपनी रफ्तार बनाए हुए है और वैश्विक व्यापार में सुधार से यह सुदृढ़ रह सकती है। भारतीय पूंजी बाजार का कुल परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है, जिसे मजबूत फंडामेंटल और अनुकूल आबादी का सहारा मिला है।

इक्विटी फंड योजनाओं में मजबूत निवेश इक्विटी बाजारों के लिए मबूत सहारा साबित हुआ है। म्युचुअल फंडों की इक्विटी खरीद मई 2024 में रिकॉर्ड 46,666 करोड़ रुपये की रही जिसने एफआईआई की 22,159 करोड़ रुपये की बिकवाली की भरपाई कर दी। निवेश की मजबूत रफ्तार अल्पावधि वाले डेट फंडों, हाइब्रिड फंडों और पैसिव फंडों तक बनी रही। एम्फी के आंकड़ों के अनुसार डेट फंडों को शुद्ध रूप से 42,295 करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ जबकि हाइब्रिड फंडों को 17,991 करोड़ रुपये का निवेश​ मिला।

म्युचुअल फंड उद्योग ने पिछले महीने रिकॉर्ड 1.1 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हासिल किया। नए निवेश के साथ मार्क टु मार्केट लाभ से कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां 2.8 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 58.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं।

First Published : June 10, 2024 | 10:38 PM IST