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RBI Policy: क्या आज बैंक निफ्टी 50,000 तक गिरेगा या 52,000 तक पहुंचेगा? यहां जानें मुख्य लेवल

आज बैंक निफ्टी पर खास नजर रहेगी, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति का ऐलान और साप्ताहिक विकल्पों की एक्सपायरी होने वाली है।

Published by
रेक्स कैनो   
Last Updated- October 09, 2024 | 10:08 AM IST

मंगलवार को शेयर बाजार ने छह दिनों की गिरावट का सिलसिला तोड़ते हुए हल्की बढ़त दर्ज की। निफ्टी और बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में प्रीमियम में बड़ी गिरावट देखी गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के अनुसार, निफ्टी अक्टूबर फ्यूचर्स 0.6% की बढ़त के साथ 25,132 पर बंद हुए, जबकि ओपन इंटरेस्ट (OI) में 1.5% की वृद्धि हुई और प्रीमियम 190 अंकों से घटकर 119 अंक पर आ गया।

आज बैंक निफ्टी पर खास नजर रहेगी, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति का ऐलान और साप्ताहिक विकल्पों की एक्सपायरी होने वाली है।

तकनीकी जानकारी:

एंजल वन के सीनियर एनालिस्ट ओशो कृष्णा के अनुसार, निफ्टी के चार्ट पर ‘बुलिश हरामी’ पैटर्न देखा जा रहा है। अगर बाजार में खरीदारी बनी रहती है, तो यह संकेत सही साबित हो सकता है। 24,800 का स्तर निफ्टी के लिए अहम समर्थन माना जा रहा है। इसके नीचे गिरावट आने पर बाजार 24,700 और 24,500 तक जा सकता है। ऊपरी स्तरों पर, 25,100 से 25,300 के बीच प्रतिरोध देखा जा रहा है।

बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में मंगलवार को 0.7% की बढ़त हुई, जबकि OI में 3.2% की गिरावट दर्ज की गई। बैंक निफ्टी के लिए प्रीमियम 537 अंकों से घटकर 372 अंक रह गया। एसीएमआईआई के तकनीकी विशेषज्ञ ऋषिकेश येदवे के अनुसार, बैंक निफ्टी ने पिछले समर्थन क्षेत्र के पास ‘इनसाइडर बार’ कैंडल बनाई है, जो बाजार में मजबूती का संकेत देती है। जब तक बैंक निफ्टी 50,190 के ऊपर है, तब तक गिरावट पर खरीदारी की सलाह दी जा सकती है। ऊपर की तरफ 51,800 का स्तर रुकावट का काम करेगा।

FII और DII की F&O गतिविधि:

मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने लगातार छठे सत्र में F&O सेगमेंट में बिकवाली की। FIIs ने इंडेक्स फ्यूचर्स के 40,271 कॉन्ट्रैक्ट्स को 2,447.55 करोड़ रुपये में बेचा। निफ्टी फ्यूचर्स में उन्होंने 43,906 कॉन्ट्रैक्ट्स की नेट बिकवाली की, जबकि बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में 4,912 कॉन्ट्रैक्ट्स और मिडकैप निफ्टी फ्यूचर्स में 490 कॉन्ट्रैक्ट्स की खरीदारी की।

ओपन इंटरेस्ट (OI) डेटा से पता चलता है कि FIIs ने निफ्टी फ्यूचर्स में कुछ शॉर्ट पोजिशन जोड़ीं, जबकि बैंक निफ्टी में शॉर्ट पोजिशन कवर कीं। FIIs का लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात घटकर 0.77 हो गया। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) और रिटेल निवेशकों ने अपनी बुलिश पोजिशन बढ़ाई। रिटेल निवेशकों का लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात बढ़कर 1.44 हो गया, जो बाजार में उनकी मजबूत रुचि को दिखाता है।

निफ्टी और बैंक निफ्टी ऑप्शंस डेटा:

निफ्टी में रिकवरी के बावजूद ऑप्शंस बाजार में मंदी का माहौल बना रहा, जहां कॉल राइटिंग हावी रही। 26,000 की कॉल्स और 24,000 की पुट्स में महत्वपूर्ण ओपन इंटरेस्ट देखा जा रहा है। 25,050 – 25,100 के बीच प्रतिरोध देखा जा रहा है।

बैंक निफ्टी में भी 53,000 की कॉल्स और 50,000 की पुट्स पर महत्वपूर्ण ओपन इंटरेस्ट देखा गया है। ट्रेडिंग गतिविधि 51,100 – 51,200 की कॉल्स और 50,800 – 50,900 की पुट्स के बीच ज्यादा रही। यहां हल्की बुलिश भावना नजर आ रही है।

बुलिश और बेयरिश स्टॉक्स:

बुलिश स्टॉक्स: IPCA Labs और MCX India ने 4% की बढ़त दर्ज की। Can Fin Homes, Dr Lal Path Labs और Atul में भी खरीदारी की रुचि दिखी।

बेयरिश स्टॉक्स: Godrej Consumer Products में शॉर्ट पोजिशन दिखीं, क्योंकि स्टॉक 2% गिरा। SBI Life Insurance में भी बिकवाली का दबाव रहा।

F&O बैन पीरियड वाले स्टॉक्स:

आज 10 स्टॉक्स F&O बैन में हैं: बंधन बैंक, बिड़लासॉफ्ट, GNFC, ग्रैन्यूल्स इंडिया, हिंदुस्तान कॉपर, IDFC फर्स्ट बैंक, मनप्पुरम फाइनेंस, PNB, RBL बैंक और SAIL

First Published : October 9, 2024 | 10:08 AM IST