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पेटीएम का शेयर दोगुना होने की उम्मीद

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 6:46 PM IST

वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में नुकसान बढऩे के बावजूद विश्लेषकों को फिनटेक दिग्गज पेटीएम का शेयर यहां से दोगुने से ज्यादा होने की उम्मीद है, जिसकी वजह मार्जिन में सुधार और वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर तक कंपनी का समायोजित एबिटा ब्रेकईवन कंपनी बनने का अनुमान है।
विश्लेषकों ने इस शेयर का अधिकतम कीमत लक्ष्य 1,400 रुपये दिया है, जो मौजूदा कीमत से 126 फीसदी की बढ़त दर्शाता है। गिरावट में हालांकि यह शेयर 27.4 फीसदी टूटकर 450 रुपये पर आ सकता है। एक्सचेंजों पर वन97 कम्युनिकेशंस के स्वामित्व वाली पेटीएम का शेयर दिन के निचले स्तर से 14 फीसदी से ज्यादा सुधरकर सोमवार को 631 रुपये प्रति शेयर की ऊंचाई पर पहुंच गया। अंत में यह शेयर हालांकि 7.7 फीसदी की बढ़त के साथ 620 रुपये पर बंद हुआ जबकि बेंचमार्क सेंसेक्स में 0.07 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई।
नियामकीय चिंता और लाभ में आने की पेटीएम की क्षमता पर संदेह ने निवेशकों को किनारे रखा है, लेकिन गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि पेटीएम पर जोखिम-प्रतिफल का झुकाव बढ़त की ओर है। ब्रोकरेज ने 22 मई की रिपोर्ट में कहा है, पेटीएम वित्त वर्ष 23 ई की ईवी/सेल्स के 3.7 गुने पर कारोबार कर रहा है, जो वैश्विक फिनटेक कंपनियों के मुकाबले 25 फीसदी कम है। हालांकि पेटीएम के राजस्व की रफ्तार वित्त वर्ष 22-25ई में 38 फीसदी सीएजीआर के हिसाब से रहेगी, जो वैश्विक समकक्ष कंपनियों के 28 फीसदी के मुकाबले ज्यादा है। ऐसे में पेटीएम की मौजदा कीमत उसके पेमेंट बिजनेस का 2.1 गुना बैठती है, जो समकक्ष समूह से कम है।
ब्रोकरेज ने पेटीएम के लिए खरीद की रेटिंग बरकरार रखी है और वित्त वर्ष 23ई-25 का राजस्व अनुमान 4 फीसदी बढ़ा दिया है और एबिटा में 12 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है।
वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में पेटीएम का शुद्ध नुकसान 763 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 444 करोड़ रुपये रहा था। उसका राजस्व हालांकि 89 फीसदी उछलकर 154.1 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने -370 करोड़ रुपये का नकदी एबिटा दर्ज किया, जो तीसरी तिमाही में -400 करोड़ रुपये रहा था, जो समायोजित एबिटा मार्जिन -24 फीसदी रहने की संभावना बताता है, जो तीसरी तिमाही में -27 फीसदी रहा था। पेटीएम ने सितंबर 2023 में समायोजित एबिटा के ब्रेकईवन के अपने अनुमान को दोहराया है।
मार्च 2022 में पेटीएम का सकल नकदी शेष 1.2 अरब डॉलर था और गोल्डमैन सैक्स को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 24 के आखिर में समायोजित एबिटा के स्तर पर कंपनी लाभ में आ जाएगी।

चौथी तिमाही की समीक्षा और आगे की राह
मार्च तिमाही में उधारी योजनाओं में सुधार और बाय नाउ पे लेटर बिजनेस में बढ़ोतरी देखी, साथ ही समायोजित एबिटा मार्जिन में इजाफा हुआ। इसके अलावा वित्तीय सेवा राजस्व में इजाफा हुआ और विपणन खर्च कम हुआ।
पेटीएम ने 3,550 करोड़ रुपये के 65 लाख कर्ज वितरित किए, जो तिमाही दर तिमाही के आधार पर 48 फीसदी और सालाना आधार पर 371 फीसदी ज्यादा है। इसके तहत बाय नाउ पे लेटर, पर्सनल लोन, मर्चेंट लोन सेगमेंट में तिमाही दर तिमाही क्रमश: 83 फीसदी, 56 फीसदी और 19 फीसदी का इजाफा हुआ। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा, यह पर्सनल लोन व क्रेडिट काड्र्स में ज्यादा मौके बता रहा है क्योंंकि पेटीएम ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड में 40 फीसदी की बढ़ोतरी दिख चुकी है और इसका इस्तेमाल पोस्टपेड यूजर्स कर रेह हैं और 50 फीसदी पोस्टपेड ग्राहकों को पर्सनल लोन की पेशकश की गई।
इस वजह से आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का अनुमान है कि 1.8 से 1.9 करोड़ ग्राहक और 12 लाख मर्चेंट्स वित्त वर्ष 26 तक पेटीएम प्लेटफॉर्म से वित्तीय उत्पाद लेंगे। इसमें कहा गया है, हमें लगता है कि वित्तीय सेवा राजस्व वित्त वर्ष 22-वित्त्त वर्ष 26 तक 58 फीसदी सीएजीआर के हिसाब से बढ़ेगा।

First Published : May 24, 2022 | 12:50 AM IST